गाजीपुर जिले के विद्युत विभाग में तैनात संविदा कर्मी, मीटर रीडर और सुरक्षा में तैनात गार्डों का मानदेय तीन माह से नहीं मिला है। यहीं नहीं, संविदा कर्मियों के चार माह और मीटर रीडरों के 18 माह के पीएफ में भी अनियमितता बरती जा रही है।
इन समस्याओं के कारण कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ रहा है। जिला संरक्षक शिवदर्शन सिंह के नेतृत्व में विद्युत मजदूर पंचायत ने अधीक्षण अभियंता से शीघ्र भुगतान की मांग की है। साथ ही चेतावनी दी गई है कि अगर मांगों की अनदेखी की जाएगी तो 26 जुलाई को डीएम से मिलकर पत्रक सौंपने के साथ ही सड़क पर उतरने को बाध्य होंगे। ऐसे में अगर विद्युत आपूर्ति में किसी तरह की बाधा आती है तो इसका जिम्मेदार विद्युत प्रबंधन होगा।
जिला संरक्षक ने कहा कि विद्युत संविदाकर्मी और मीटर रीडर अल्प मानदेय भोगी हैं। ऐसे में प्रत्येक माह मानदेय न मिलने की स्थिति में वे भूखमरी की कगार पर आ चुके हैं। इसे हरगिज बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। स्थिति यह है कि पिछले तीन माह से करीब 1250 संविदा कर्मियों और 300 मीटर रीडर्स के अलावा 9 सुरक्षा गार्डों को मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है।
संगठन के अतिरिक्त प्रांतीय मंत्री निर्भय नारायण सिंह ने कहा कि उनके द्वारा मीटर रीडरों की तैनाती जिस फर्म से की गई है, उसमें उनका 18 माह का पीएफ भी जमा नहीं किया गया है, जो घोर अनियमितता की श्रेणी में आता है। यदि पीएफ की जानकारी नहीं दी जाती है, तो संबंधित फर्म के खिलाफ श्रम विभाग में कानूनी कार्रवाई के लिए शिकायत की जाएगी। इस मौके पर जिलाध्यक्ष अरविंद कुशवाहा, जिला मंत्री विजय शंकर राय, अनुराग सिंह, जितेंद्र सिंह, सुरेंद्र सिंह, विनय तिवारी आदि मौजूद थे।