गाजीपुर में अखिल भारतीय गोंड महासभा ने कासिमाबाद में एक प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि महासभा के तहसील अध्यक्ष अर्जुन गोंड मंगलवार को जाति प्रमाण पत्र की रिपोर्ट लगवाने के लिए वहां गए थे। उनका आरोप है कि हल्का लेखपाल ने उन्हें मारा और मोबाइल तोड़ दिया। उन्होंने कासिमाबाद के कोतवाली थाने को एफआईआर दर्ज करने का अनुरोध किया है।
अर्जुन गोंड ने अपने शिकायती पत्र में लिखा है कि उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा जारी शासनादेश के अनुसार गोंड जाति को अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र जारी करने का आदेश हुआ है। इस आदेश के अनुसार तत्कालीन डीएम मंगला प्रसाद सिंग ने 8 नवंबर 2021 को प्रमुख सचिव के पत्र का हवाला देते हुए गोंड जाति का प्रमाण पत्र जारी करने का आदेश दिया था।
अर्जुन गोंड का आरोप है कि हल्का लेखपाल जनक यादव ने उनके भाई का जाति प्रमाण पत्र अनुसूचित जनजाति का बनाने की कोशिश की है और उन्हें पिछड़ी जाति में रख रहे हैं। उनके जाति प्रमाण पत्र के ऑनलाइन आवेदन पत्र को पिछड़ी जाति में दिखाने के चलते उन्हें बार निरस्त कर दिया गया है। उन्होंने इस संबंध में हल्का लेखपाल जनक सिंग यादव से बातचीत करने के लिए तहसील मुख्यालय गए थे। वहां पर बातचीत के दौरान लेखपाल जनक सिंग यादव और उनके साथी ने मारपीट की और मोबाइल फोन भी तोड़ दिया।
लेखपाल ने कहा- दीवार में लगकर फोन टूट गया है और पूर्व में जारी जाति प्रमाण पत्र को फाड़ने का प्रयास किया गया। अर्जुन गोंड ने लेखपाल जनक सिंह यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। वहीं हल्का लेखपाल जनक सिंह यादव का कहना है कि आरोप निराधार हैं। इस संबंध में कासिमाबाद तहसीलदार जया सिंह ने बताया कि लेखपाल के अनुसार मोबाइल किसी ने तोड़ा नहीं है। बातचीत के दौरान दीवार में लगने से मोबाइल टूट गया। यही बात हल्का लेखपाल जनक सिंग यादव ने भी बताई।