मां की तेरहवीं में शामिल होने के लिए पति और पुत्री संग स्कूटी से निकली जा रही उषा देवी की रविवार की सुबह 7 बजे डंपर ने उन्हें कुचलकर रक्साहां गांव के पास मौत के घाट उत्पन्न कर दी। पुलिस मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया। डंपर को सेवराई चौकी की पुलिस ने पकड़ लिया। परिजन भी थाने पहुंचकर रोने लगे। पति ने एक रिपोर्ट दर्ज कराकर डंपर चालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए पुलिस से संपर्क किया।
उषा देवी अपने पति अनिल राम और पुत्री वंदना के साथ सोमवार को मां की तेरहवीं में शामिल होने के लिए जा रही थीं। स्कूटी को पति अनिल राम चला रहे थे, बीच में पुत्री वंदना बैठी थी और उषा देवी पीछे बैठी थीं। डंपर जो दिलदारनगर की ओर से जा रहा था, ने रक्साहां गांव के पास से स्कूटी को पीछे से मारा, जिससे पति, पुत्री और उषा देवी सड़क पर गिर गए।
डंपर ने उषा देवी को कुचलते हुए भाग जाते हुए उसकी मौत कर दी। पति को और पुत्री वंदना को भी हल्की चोट आई। घटना के बाद ग्रामीणों ने भीड़ बनाई। पुलिस को सूचना मिलने के बाद वे भी पहुंच गईं। शव को कब्जे में लेकर उचित कार्रवाई की जानी पड़ी।
पति और पत्नी शनिवार को दिल्ली से लौट आए थे
अनिल राम दिल्ली में पत्नी और बच्चों के साथ रहकर नौकरी करते थे। उनके दो पुत्र और एक पुत्री हैं, जिनमें बड़ी पुत्री वंदना है और दोनों पुत्र विकास और दुर्गेश दिल्ली में रहते हैं। शनिवार को अनिल राम अपनी पत्नी उषा और पुत्री वंदना को लेकर अपने गांव सरहुला पहुंचे थे। सोमवार को वे भदौरा में सास की तेरहवीं में शामिल होने के लिए स्कूटी पर पत्नी और पुत्री को लेकर जा रहे थे।