भगवान शिव के लिए सावन का महीना विशेष महत्व रखता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन का महीना श्रावण कृष्ण पक्ष के पहले दिन से शुरू होता है। इस पवित्र महीने में वे भक्तों के लिए विशेष महत्व रखते हैं जो अपने प्रिय भगवान की पूजा के लिए पूरे वर्ष प्रतीक्षा करते हैं।
भोले भंडारी की भक्ति और श्रद्धा से भरे वातावरण में हर्षोल्लास चरम पर रहता है। इस वर्ष सावन का महीना दो महीनों का होगा, जिसे ज्योतिषीय दृष्टिकोण से बहुत शुभ माना जा रहा है। यह लेख पढ़ें और जानें कि सावन महीना कब से शुरू होगा और कब समाप्त होगा। साथ ही, सावन महीने में सोमवार कब-कब होंगे? और रक्षा बंधन कब है?
When does Sawan start? When will it end?: सावन कब से शुरू है ? कब समाप्त होगा ?
सावन का महीना हिन्दू पंचांग के अनुसार श्रावण कृष्ण पक्ष के पहले दिन से शुरू होता है। इस साल, सावन महीना 4 जुलाई से शुरू हो रहा है और 31 अगस्त तक चलेगा। इस बार सावन का महीना कुल 59 दिनों का होगा। यह महीना 19 साल बाद इतना लंबा हो रहा है। सावन का महीना और सावन सोमवार भगवान शिव के लिए विशेष मान्यता रखते हैं। इस महीने में श्रद्धालु भक्तों को अपने प्रिय भगवान की पूजा करने का अवसर मिलता है और उनकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। हिंदू अधिक मास या मल मास के नाम से जाने जाने वाले एक अतिरिक्त महीना की ज्योतिषीय गणना के कारण इस साल सावन पर प्रभाव पड़ रहा है।
Kanwar Yatra 2023: कांवर यात्रा में शामिल होते हैं शिवभक्त
सावन के दौरान एक विशेष यात्रा आयोजित होती है, कांवर यात्रा में भक्तगण शामिल होते हैं जो शिवभक्ति में प्रवृत्त होते हैं। यह यात्रा श्रावण मास में आयोजित की जाती है और भगवान शिव के प्रतीक कांवर को लेकर किया जाता है। इस यात्रा में भक्तगण भगवान शिव की आराधना करते हुए पैरों पर चलकर गंगा जैसी पवित्र नदियों तक पहुंचते हैं। इस यात्रा को कांवर यात्रा के रूप में जाना जाता है। वे अपने कंधों पर कांवर उठाते हैं और गंगा के पवित्र जल से भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं। कांवर यात्रा शिवभक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण और पवित्र सामारोह है जो उन्हें आंतरिक शांति और आनंद प्रदान करता है।
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सावन 2023 में पड़ने वाले सोमवार की तिथियां: Dates of Mondays falling in Sawan 2023
2023 में सावन में कुल 8 पवित्र सावन सोमवार होंगे। ये सोमवार निम्नलिखित तिथियों पर पड़ेंगे:
- पहला सोमवार: 10 जुलाई
- दूसरा सोमवार: 17 जुलाई
- तीसरा सोमवार: 24 जुलाई
- चौथा सोमवार: 31 जुलाई
- पांचवां सोमवार: 7 अगस्त
- छठा सोमवार: 17 अगस्त
- सातवां सोमवार: 21 अगस्त
- आठवां सोमवार: 28 अगस्त
सावन महीने की विस्तारित अवधि के कारण भक्तों को इस बार पूरे दो महीने तक भगवान शिव को प्रसन्न करने का अवसर मिलेगा। ऐसी मान्यता है कि सावन का महीना और सावन सोमवार का दिन भगवान शिव के लिए विशेष रूप से प्रिय होता है। इस दिन, जो भी भक्त सच्चे मन से भगवान शिव की पूजा करता है, उसकी मनोकामना पूरी होती है।
When is Raksha Bandhan 2023 Date: रक्षा बंधन 2023 कब है
हिन्दू पंचांग के अनुसार, श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 30 अगस्त 2023 को सुबह 10 बजकर 58 मिनट से प्रारंभ होगी और इस तिथि का समापन 31 जून को सुबह 07 बजकर 05 मिनट पर हो जाएगा। रक्षाबंधन पर्व 30 अगस्त 2023, बुधवार के दिन मनाया जाएगा। यह पर्व हर साल श्रावण मास के पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है, जोकि श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा होती है। रक्षा बंधन एक प्रमुख भारतीय पर्व है जहां बहनें अपने भाई की कलाई पर रक्षाबंधनी बांधती हैं और उन्हें शुभकामनाएँ देती हैं। इस पर्व के माध्यम से भाई-बहन का पवित्र रिश्ता मजबूत होता है और भाई को बहन की रक्षा करने का प्रतीक बंधन दिया जाता है।
रक्षा बंधन के दिन बहनें अपने भाई की आरती करती हैं और उन्हें तिलक लगाती हैं। उसके बाद वे रक्षासूत्र अपने भाई की कलाई पर बांधती हैं और उन्हें वरदान देती हैं। भाई उस वरदान का ध्यान रखते हैं और अपनी बहन की रक्षा करने का संकल्प लेते हैं। रक्षा बंधन का उद्देश्य परिवार में सौहार्द और प्रेम का महत्व प्रकट करना है और भाई-बहन के आपसी सम्बंध को मजबूत रखना है। यह पर्व खुशहाली, सौभाग्य और आपसी स्नेह की प्रतीक है जो भारतीय संस्कृति में गहरी महत्ता रखता है।