गाजीपुर ताड़ीघाट-मऊ नई रेल लाइन के दोहरीकरण का कार्य गति से आगे बढ़ रहा है। इस कार्य की अनुमानित लागत 35 करोड़ रुपये है और अब तक 26 पिलरों पर गार्डर लॉचिंग और उनकी ढलाई का काम पूरा कर लिया गया है। इस कार्य के पूरा होने की उम्मीद कार्यदायी संस्था के अनुसार वर्ष के अंत तक है। इस नई रेल लाइन के दोहरीकरण के पश्चात इस पर ट्रेनों का पूरी रफ्तार से संचालन हो सकेगा।
मार्च महीने में ही दोहरीकरण कार्य शुरू हो गया था। वर्तमान समय में 22 पिलरों पर गार्डर लॉचिंग और उसकी ढलाई की तैयारी जारी है। सभी पिलरों पर गार्डर लॉचिंग और ढलाई कार्य के पश्चात नई रेल लाइन लगाई जाएगी। ट्रेनों की सुरक्षा के लिए सिग्नल पोल, लोकेशन बॉक्स, एक्सल काउंटर, विद्युतीकरण की पूरी प्रक्रिया के बाद, इस दोहरीकरण लाइन का रेल संरक्षा आयुक्त निरीक्षण करेंगे। उनकी हरी झंडी मिलने के बाद, इस लाइन पर ट्रेनों को संचालित किया जा सकेगा।
दोहरीकरण के पहले चरण का कार्य तेजी आगे बढ़ रहा है। इस काम को भी जल्द ही पूरा किया जाएगा। इस लाइन के सीआरएस के निरीक्षण के बाद ट्रेनों का संचालन किया जा सकेगा। इसके लिए पहले से ही निर्धारित बजट जारी कर दिया गया है। -विकास चंद्रा, मुख्य परियोजना प्रबंधक, रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल)।