गाजीपुर जिले में तेज धूप ने लोगों के लिए परेशानी का कारण बन लिया है। सुबह 10 बजे के बाद घर से निकलना मुश्किल हो गया है। सबसे ज्यादा परेशानी मजदूरों को हो रही है जिन्हें तपती धूप में काम करना पड़ रहा है। तेज धूप के कारण सड़कों पर सन्नाटा छाया हुआ है।
गर्मी इतनी तेज हो गई है कि ऐसा लग रहा है जैसे आसमान से आग बरस रही हो। लोग छांव, छाता और पानी के सहारे तपिश और कड़ी धूप से बचने का प्रयास कर रहे हैं। हवाएं चल रही हैं, लेकिन तपिश और गर्मी इतनी ज्यादा है कि लोग सड़कों पर निकलने से घबराते हैं। गर्मी दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है और दस बजे तक यह कठिनाईयों का सामना करने की स्थिति हो जाती है। सार्वजनिक स्थानों पर दोपहर में शांति छा जाती है। सड़कें खाली हो रही हैं। छांव के नीचे बैठने पर भी पसीना बढ़ता है।
कमरों को बंद करने के बावजूद इतनी उमस हो रही है कि थोड़ी देर भी गुजारना मुश्किल हो रहा है। पंखा, कूलर और एयर कंडीशनर भी भीषण गर्मी से राहत नहीं दे रहे हैं। लोग सफर के नाम पर भी बहस कर रहे हैं। सड़कों और वाहनों में दिखने वाले लोगों का पूरा शरीर कपड़ों से ढका हुआ दिख रहा है।
पीजी कालेज कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक कपिलदेव शर्मा ने बताया कि बुधवार को अधिकतम तापमान 42.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक था। न्यूनतम तापमान 25.6 डिग्री सेल्सियस और पश्चिमी हवाओं की रफ्तार 10.8 किलोमीटर प्रति घंटा रही।