सैदपुर में बिजली विभाग के उदासीनता के कारण, जगह-जगह उलझकर जमीन से थोड़ा ऊपर तक लटके इलेक्ट्रिक तार कभी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकते हैं। आगामी वर्षा ऋतु के पहले, इन्हें दुरुस्त करने की आवश्यकता होती है, अन्यथा किसी को जानलेवा इलेक्ट्रिक शॉक लगने का खतरा हो सकता है। वर्षा ऋतु से पहले, बिजली विभाग प्रतिवर्ष इन्हें दुरुस्त करता है। हालांकि, इस बार तकनीकी कारणों से बिजली विभाग अभी तक इस अभियान को शुरू नहीं कर पाया है।
ध्यान देने योग्य है कि वर्षा ऋतु से पहले, बिजली विभाग के कर्मचारियों दुर्घटनाओं से बचने के लिए सुरक्षा अभियान चलाते हैं। इस अभियान के अंतर्गत, बिजली तारों के पास लटक रहे हरे पेड़-पौधों की डालियाँ काटी जाती हैं। साथ ही, नंगे विद्युत तारों को भी दुरुस्त किया जाता है जो विद्युत पोलों पर उलझे होते हैं। तीन फेज और एक न्यूट्रल तारों के नंगे तारों को बीच-बीच में लगाई गई लकड़ी की फलठियां तकरीबन स्पार्क से बचाती हैं।
विभाग ने अभी तक अभियान की जल्दी नहीं दिखाई, वर्षा ऋतु में दुर्घटनाओं की संभावना है। वर्षा ऋतु में, विद्युत तारों से सटकर पेड़ों और विद्युत पोलों में करंट प्रवाह रुक सकता है। इसके साथ ही, विद्युत कटौती को रोकने के नाम पर लोगों को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।
लेकिन, इस बार तकनीकी कारणों से वर्षा ऋतु के पहले, बिजली विभाग इस अभियान को शुरू नहीं कर पा रहा है। जिसके कारण वर्षा ऋतु के दौरान करंट से होने वाली दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ गई है। कई जगहों पर, विद्युत तार जमीन के करीब से ही गुजर रहे हैं।
बिजली वितरण क्षेत्र तृतीय क्षेत्र के जूनियर इंजीनियर, पत्तू राम यादव, बताते हैं कि इस क्षेत्र में वर्षा ऋतु के पहले की जाने वाली तैयारियां चल रही हैं और अगले दिनों में इसे और तेज किया जाएगा। इससे संभावित दुर्घटनाओं को कम करने में मदद मिलेगी।