राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद् गाजीपुर के प्रतिनिधिमंडल ने जिलाध्यक्ष दुर्गेश कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में विकास भवन में व्याप्त गंदगी सहित अन्य समस्याओं को लेकर मुख्य विकास अधिकारी को पत्र सौंपा है।
विकास भवन के प्रांगण में गंदगी सहित शुद्ध पानी की व्यवस्था करने, मोटरसाइकिल स्टैंड, कैंटीन व्यवस्था को पुनः संचालित करने, विकास भवन के प्रांगण में सीसीटीवी की व्यवस्था करने, विकास भवन के मुख्य गेट पर सुरक्षा व्यवस्था हेतु पुलिस को तैनात करने और राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद् के नाम से एक कक्षा की व्यवस्था करने सहित मांगों का पत्र सौंपा गया है।
जिलाध्यक्ष द्वारा मुख्य विकास अधिकारी को जानकारी दी गई है कि शौचालय और विकास भवन में गंदगी सहित विकास भवन की छतों की मरम्मत के संबंध में साल 2019 में दो दिवसीय सत्याग्रह किया गया था। जिला विकास अधिकारी के लिखित आश्वासन पर आंदोलन समाप्त हुआ, लेकिन 2 साल कोरोना वैश्विक महामारी के कारण किसी भी कार्य में प्रगति नहीं हुई, जिसके परिणामस्वरूप सितंबर 2022 में पुनः एक बार आंदोलन का नोटिस दिया गया, जिसका संज्ञान निवर्तमान मुख्य विकास अधिकारी ने लेते हुए जिला विकास अधिकारी को निर्देशित किया।
विकास भवन के सभी अधिकारी और कर्मचारी पदाधिकारी के साथ बैठक करके शौचालय सहित अन्य मांगों का निस्तारण किया जाना चाहिए, लेकिन आज भी इतनी भीषण गर्मी में विकास भवन के किसी भी कार्यालय में पानी की व्यवस्था नहीं हो रही है, जिससे कर्मचारियों सहित आम जनमानस को तपती धूप में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। आज भी कर्मचारियों की समस्याओं का निस्तारण नहीं हो पा रहा है। प्रतिनिधिमंडल में दुर्गेश कुमार श्रीवास्तव, अजय कुमार मिश्रा, अभय सिंह, बबुआ यादव, बृजेश, गोपाल पांडेय सहित अन्य पदाधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहें।