प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बोली जाने वाली 'मन की बात' की 102वीं कार्यक्रम को आज भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने रेडियो के माध्यम से महादेवा प्रांगण में मनरेगा मजदूरों के साथ जखनियां मण्डल प्रथम के बूथ संख्या 205 पर सुना। इस अवसर पर भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष प्रमोद वर्मा ने कहा, "प्रधानमंत्री की 'मन की बात' अब जनता की बात बन गई है। आज का कार्यक्रम समय से पहले हो रहा है, यह हर महीने के आखिरी रविवार को होता है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जैसा कि आप सभी जानते हैं, अगले हफ्ते मैं अमेरिका में रहूंगा और वहां बहुत सारी गतिविधियाँ होंगी। इसलिए मैंने सोचा कि वहां जाने से पहले आपसे बात कर लूं, और यह काफी अच्छा होगा।
जनता-जनार्दन का आशीर्वाद, आपकी प्रेरणा, मेरी ऊर्जा और भी बढ़ती रहेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब मैं भारत के सामान्य मानवीय प्रयास, उनकी मेहनत और इच्छाशक्ति को देखता हूं, तो खुद अपने आप ही विस्मित हो जाता हूं। चाहे वह बड़ा लक्ष्य हो या कठिन-से-कठिन चुनौती हो, भारत के लोगों की सामूहिक शक्ति हर चुनौती को परिणामस्वरूप हल कर देती है। साइक्लोन बिपरजाय ने कच्छ में कितनी हानि की है, लेकिन कच्छ के लोगों ने उस खतरनाक साइक्लोन का सामना करने के लिए जिस हिम्मत और तैयारी दिखाई है, वह भी अद्वितीय है।
पीएम मोदी ने कहा कि साथियों, प्राकृतिक आपदाओं पर किसी का जोर नहीं होता है, लेकिन बीते वर्षों में भारत ने आपदा प्रबंधन की ताकत विकसित की है, जो आज एक उदाहरण बन रही है। प्राकृतिक आपदाओं से मुकाबला करने का एक महत्वपूर्ण तरीका है- प्रकृति का संरक्षण। आजकल, मॉनसून के समय में हमारी इस दिशा में जिम्मेदारी भी बढ़ती है। इसीलिए देश विभिन्न 'कैच द रेन' अभियानों के माध्यम से सामूहिक प्रयास कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस महीने की शुरुआत में ही छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के 350 वर्ष पूरे हुए हैं, और इस अवसर को एक बड़े पर्व के रूप में मनाया जा रहा है। इस दौरान महाराष्ट्र के रायगढ़ किले में इससे जुड़े भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है।
यह हम सबका कर्तव्य है कि इस अवसर पर हम छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रबंध कौशल को जानें, उनसे सीखें। इससे हमारे भीतर, हमारी विरासत पर गर्व का बोध भी जगेगा, और भविष्य के लिए कर्तव्यों की प्रेरणा भी मिलेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ने संकल्प किया है 2025 तक, टी.बी. मुक्त भारत बनाने का। जन-भागीदारी ही टी.बी. मुक्त भारत अभियान की सबसे बड़ी ताकत है। भारत को टी.बी. मुक्त बनाने की मुहिम में हमारे बच्चे और युवा साथी भी पीछे नहीं हैं। हम भारतवासियों का स्वभाव होता है कि हम हमेशा नए विचारों के स्वागत के लिए तैयार रहते हैं। हम अपनी चीजों से प्रेम करते हैं और नई चीजों को आत्मसात भी करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इसी महीने खेल जगत से भारत के लिए कई बड़ी खुशखबरी आई हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि साथियों इंटरनेशनल आयोजनों में देश की इस सफलता के पीछे राष्ट्रीय स्तर पर हमारे खिलाड़ियों की कड़ी मेहनत होती है। इस वर्ष योग दिवस की थीम है – “योगा फ़ॉर वसुधैव कुटुम्बकम” यानी ‘एक विश्व-एक परिवार’ के रूप में सबके कल्याण के लिए योग। यह योग की उस भावना को व्यक्त करता है, जो सबको जोड़ने वाली और साथ लेकर चलने वाली है। वर्मा ने कहा मन की बात हमेशा देश के लिये प्रेरणा का काम करती है। हम सबको पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए और अधिक से अधिक पेड़ पौधों को लगाना चाहिए। इस मौके पर भाजपा मंडल अध्यक्ष उमाशंकर यादव, व्यापारी नेता अशोक गुप्ता, पीयूष सिंह, धर्मवीर राजभर, प्रवेश राम, पवन राम, दीपक कुमार, पवन कुमार, इनरदेव, सूर्यनाथ भारती, चंद्रभान राजभर, सरोज देवी, पूनम राम, कुमारी देवी, रीता देवी, सुभावती देवी, डिंपल राम, मीना देवी हीरा मास्टर, अनिल मौर्य, विधि कुमार सहित प्रमुख लोग मौजूद रहें।