सैदपुर नगर स्थित बूढ़ेनाथ महादेव मंदिर परिसर में मंगलवार की शाम को भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण द्वारा नगर पंचायत की चेयरमैन सुशीला सोनकर की अध्यक्षता में गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें घाट पर कुछ माह पूर्व लगाई गई फ्लोटिंग जेट्टी के माध्यम से रोजगार सृजन और व्यापारिक गतिविधियों के बढ़ाने पर चर्चा की गई।
चर्चा में शामिल भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के इंजीनियर उत्कर्ष पांडे ने बताया कि विश्व बैंक की तकनीकी एवं आर्थिक सहायता के माध्यम से जलमार्ग विकास परियोजना के तहत, अर्थ गंगा की संकल्पना पर उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय जलमार्ग गंगा नदी के तटों पर आधुनिक सामुदायिक जेट्टी का निर्माण किया गया है। जिसके माध्यम से नदी तट पर रहने वाले किसान, छोटे व्यापारी, उद्यमी, मछुआरे एवं आमजन को नदी के माध्यम से आसपास के क्षेत्रों से जोड़ने एवं नदी के आर-पार परिवहन को सुगम बनाने हेतु व्यवस्था की गई है।
बूढ़े नाथ महादेव घाट पर जलमार्ग प्राधिकरण द्वारा और कई अन्य विकास कार्य कराए जाएंगे। जिससे कि स्थानीय लोगों को स्वरोजगार और व्यापार के माध्यम से आर्थिक रूप से मजबूत होने का अवसर प्रदान किया जा सके। चेयरमैन सुशीला सोनकर ने गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि नगर के सभी प्रमुख गंगा घाटों का विकास नगर पंचायत की प्राथमिकता में शामिल है। सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं में नगर पंचायत पूरा सहयोग करेगा। बूढ़े नाथ महादेव घाट पर लगी जेट्टी आने वाले समय में स्थानीय लोगों के लिए आमदनी के नए मार्ग प्रशस्त करेगी।
गोष्ठी में पर्यावरण विशेषज्ञ डॉ. मोहिनी सिंह, रविंद्र सिंह, राजेंद्र यादव, बृजेश जायसवाल, सुनील यादव, दिनेश कुशवाहा, आशुतोष पांडे, राजेंद्र कुशवाहा, रामदरस यादव, प्रकाश निषाद, अजय पाठक, चंदन सोनी, रामकुमार कमलापुरी आदि मौजूद रहे।