ग्रामीणों ने बुधवार को प्राथमिक विद्यालय परिसर में एक बैठक आयोजित की जहां उन्होंने ताड़ीघाट रेलवे स्टेशन को दोबारा शुरू करने की मांग की। साथ ही, उन्होंने संकेतिक धरना भी आयोजित की। इस अवसर पर कई गांवों के ग्रामीणों ने एक साथ बैठक की। वक्ताओं ने स्टेशन के पुन: संचालन की मांग की।
ग्रामीण सुखबीर सिंह ने कहा कि रेलवे ने स्टेशन को बंद करने से यात्रियों को सोनवल जाना पड़ रहा है, जो कि सात किलोमीटर दूर है। वहीं, दूसरी ओर स्टेशन के बंद होने से दर्जनों दुकानदारों और ऑटो संचालकों के सामने भुखमरी की समस्या है। रेलवे अधिकारियों के यह तानाशाही रवैया किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
ग्रामीण हर्ष सिंह ने कहा कि ताड़ीघाट स्टेशन को हर हाल में फिर से चालू करना होगा, और उन्होंने ग्रामीणों को बड़े जनांदोलन के लिए तैयार होने की अपील की। उन्होंने कहा कि यदि जरूरत पड़ी तो रेल गाड़ियों के पहिए को भी जाम किया जाएगा।
सांकेतिक धरना के दौरान ताड़ीघाट स्टेशन से हाइवे होकर कई गांवों में पैदल मार्च किया गया, और लोगों से स्टेशन के चालू होने तक इस आंदोलन को मजबूती देने की अपील की गई। यह ज्ञात हो कि बीते फरवरी माह में ताड़ीघाट जाने वाली लाइन को उखाड़कर सिटी की ओर जोड़ दिया गया था, और इस पुराने स्टेशन को बंद कर दिया गया था।
इस अवसर पर प्रेम शंकर सिंह, बबलू यादव, राहुल सिंह, संतोष, रिंकू मुन्ना, गोकर्ण, धनंजय, अनंत सिंह, उपकार, मनोज सिंह, संतोष, हरिहर सिंह और अन्य मौजूद रहे।