निक्की यादव आत्महत्या कांड के बाद हार्टमन इंटर कॉलेज हार्टमनपुर की मुश्किलें दिन-प्रतिदिन बढ़ रही हैं। शासन से मिले निर्देशों के बाद जिलाधिकारी द्वारा नियुक्त जांच अधिकारी बीएसए हेमंत राव कॉलेज पहुंचे। सूत्रों के अनुसार, जांच में तमाम खामियां मिली हैं। इससे संबंधित सभी पत्रावलियों को भी जब्त कर लिया गया है। हालांकि, मामले में कोई अधिकारी अभी कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं हैं।
करीमुद्दीनपुर के नसीरपुर निवासी कैलाश यादव की पुत्री निक्की यादव हार्टमन इंटर कॉलेज हार्टमनपुर में हाई स्कूल की छात्रा थी। बीते 10 मई को उसने कॉलेज परिसर में ही आत्महत्या कर ली थी। इसकी प्रारंभिक जांच में भी तमाम अनियमितताएं मिली थीं। मामले में फादर फेलिक्स राज जेल में हैं।
भाजयुमो के पूर्व प्रदेश मंत्री योगेश सिंह ने शासन से शिकायत कर जांच की मांग की थी। इस पर शासन ने जिलाधिकारी को पत्र प्रेषित कर जांच कर कार्रवाई का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने बीएसए हेमंत राव को जांच अधिकारी नियुक्त कर शीघ्र आख्या प्रेषित करने को कहा। करीब दो दिन पूर्व बीएसए जांच करने हार्टमन इंटर कॉलेज हार्टमनपुर पहुंचे थे।
प्रारंभिक जांच में यह मिली थी अनियमितता
निक्की यादव आत्महत्या प्रकरण के दूसरे ही दिन जिला विद्यालय निरीक्षक जांच करने पहुंचे थे। उन्होंने पाया कि फादर फेलिक्स राज अनाधिकृत रूप से प्रधानाचार्य का कार्य कर रहे थे। पूर्व प्रधानाचार्य सीडी जान बीते 14 अप्रैल को सेवानिवृत्त हुए। इस पर मैनेजमेंट ने उदय कुमार को प्रधानाचार्य नियुक्त किया।
उदय कुमार ने पत्र जारी कर धन्यवाद भी दिया था, लेकिन प्रधानाचार्य का कार्य फादर फेलिक्स राज ही देखते थे, क्योंकि 14 अप्रैल को उदय कुमार प्रधानाचार्य नियुक्त हुए और डीआईओएस के यहां अप्रूवल के लिए निक्की यादव आत्महत्या कांड के एक दिन बाद 11 मई को पत्र भेजा गया।
प्रमाणपत्र पर प्रधानाचार्य की जगह फादर फेलिक्स का ही हस्ताक्षर भी मिला। इतना ही नहीं परीक्षा ड्यूटी में भी जो कागजात लगे थे उस पर फादर के ही हस्ताक्षर थे। इतनी खामियां मिलने पर भी उस समय डीआईओएस स्तर से कोई कार्रवाई नहीं की गई।