गाजीपुर में दवा प्रतिनिधियों के संगठन यूपीएमएसआरए की ओर से नौ सूत्रीय मांग को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय के नाम जिलाधिकारी कार्यालय में ज्ञापन सौंपा गया है। इसमें दवा प्रतिनिधियों से जुड़े मुद्दे हैं, जिनमें नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (एनपीपीए) ने नेशनल लिस्ट ऑफ एसेंशियल मेडिसिन्स (एनईएलएम) में शामिल 800 से अधिक जीवन रक्षक दवाओं के दाम 12.12% बढ़ाने का आदेश दिया था। इससे एंटीबायोटिक और तमाम हृदय, डायबिटीज, कैंसर, एचआईवी और किडनी रोग संबंधी दवाओं के दाम में अपार बढ़ोतरी होगी।
पिछले साल एनपीपीए ने एनईएलएम में शामिल 800 से अधिक जीवन रक्षक दवाओं के दाम 10.7% बढ़ाने का आदेश दिया था। जिसमें हमारी मांग है कि दवाओं से जीएसटी शून्य की जाए और उनके दाम कम किए जाएं, जैसे बातें मुख्य रूप से इंगित की गई हैं, और आम जनता के बीच एक पत्रिका के माध्यम से अपनी मांग और जनता से जुड़ी तमाम परेशानियों को दर्शाया गया है। इसमें दवाओं के बढ़ते दाम और उन पर जीएसटी की दरों को संशोधित करने, मेडिकल उपकरणों पर से जीएसटी हटाने, वार्षिक बजट में केंद्रीय स्वास्थ्य बजट को 2.4% से बढ़ाकर कम से कम 5% करने, जनता की स्वास्थ्य सुविधाओं में वृद्धि करने, स्वास्थ्य क्षेत्रों की स्थिति सुधारने संबंधी बातें का जिक्र है।
कार्यक्रम में इन लोगों ने हिस्सा लिया
कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला इकाई अध्यक्ष चंदन कुमार राय ने की और संचालन जिला मंत्री मयंक श्रीवास्तव ने किया। साथ ही उक्त कार्यक्रम में राज्यमंत्री आरएम राय, राज्य कार्यकारिणी सदस्य मो. अफजल सहित हरिशंकर गुप्ता, संजय विश्वकर्मा, रईस आलम, दिग्विजय, विकास, शिवम, मोहित, विशाल, अमरनाथ श्रीवास्तव, निकेत, निजामुद्दीन, आरपीएस यादव, एसके राय, सौरभ राय, रविकांत तिवारी, आशीर्वाद सिंह, हिम्मत राय, सद्दाम, निखिल श्रीवास्तव, देव यादव, प्रेमचंद, प्रिंस मोदनवाल ने प्रतिभाग कर कार्यक्रम को सफल बनाया।