बारिश के बाद गुरूवार को लोग तेज धूप से परेशान हैं। मौसम का यो-यो बदलाव लोगों को बीमार कर रहा है। जिला अस्पताल में गुरूवार को पर्ची काउंटर पर मरीजों के साथ दवाइयों की लंबी कतार लगी हुई है। इस मौसम में खासकर बुजुर्ग और बच्चे बीमार पड़ रहे हैं। बच्चे इस मौसम से बहुत परेशान दिख रहे हैं।
बारिश के बाद तेज धूप से बच्चे बीमार हो रहे हैं। तेज धूप से बचने के लिए बच्चे छाता का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसलिए क्षेत्र में मौसम के बदलाव को ध्यान में रखकर सेहत का पूरा ख्याल रखना आवश्यक है। किसी भी तरह की लापरवाही से तत्पर रहना बहुत जरूरी है, क्योंकि व्यक्ति तुरंत बीमार पड़ सकता है। इसलिए चिकित्सक मरीजों को बीमारियों से बचाव के लिए सलाह दे रहे हैं।
जिला अस्पताल के सीएमएस डा. राजेश सिंह ने बताया कि बरसात और तेज धूप में सर्दी, खांसी, उल्टी, वायरल बुखार, दस्त, मलेरिया, डेंगू, टायफाइड, पीलिया, खाज, खुजली आदि रोग फैलने लगते हैं। इससे बचने के लिए बारिश के पानी, धूप और गंदगी से बचने की जरूरत होती है।
वहीं, बरसात के दिनों में पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है। इसलिए खान-पान पर विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होती है। उन्होने कहा कि इस मौसम में बीमारियों से बचने के लिए हल्का और शीघ्र पचने वाला आहार लेना चाहिए। फिजिशियन डा. नारायण पाण्डेय ने कहा कि बरसात के दिनों में मूंग दाल का सेवन करना उत्तम होता है। यह रोग प्रतिरोधक और शक्तिवर्धक होती है।
इस मौसम में गरिष्ठ भोजन, तले हुए चटपटे स्वाद वाले पदार्थों का सेवन न करें, तो बेहतर होता है। चिकित्सक की मानें तो कभी-कभी बरसात और कभी-कभी धूप होने से शरीर के जोड़ वाले स्थान को साफ और सूखा रखना चाहिए। ऐसा नहीं होने पर दाद, खुजली, आदि चर्मरोग होने की संभावना रहती है। बाजार में उपलब्ध खाद्य पदार्थों से बचें। बरसात के दौरान धूप का ध्यान रखना जरूरी है, क्योंकि वायरल बीमारी का खतरा होता है। इसलिए सावधानी बरतनी चाहिए। वहीं, शुद्ध पानी पीना चाहिए।