गाजीपुर पुलिस अधीक्षक के आदेश के क्रम में, अपर पुलिस अधीक्षक नगर के कुशल निर्देशन में साइबर फ्रॉड से संबंधित प्राप्तशुद्ध प्रार्थना पत्रों पर कार्यवाही की गई। आवेदकों/पीड़ितों के अवैध ट्रांजेक्शन होने की शिकायत पर प्रभारी साइबर क्राइम सेल उ.नि. वैभव मिश्रा द्वारा प्रकरण का अध्ययन किया गया।
जिन ट्रांजेक्शन व्यक्ति के माध्यम से किए गए थे, संबंधित कंपनी/मर्चेंट को त्वरित रूप से ईमेल पत्राचार करके और दूरभाष पर संपर्क करके अवैध ट्रांजेक्शन रोकने एवं ट्रांजेक्शन की जानकारी प्रदान करने संबंधी प्रक्रिया पूर्ण की गई। इसके फलस्वरूप, कुल 09 ऑफलाइन/ऑनलाइन आवेदक/पीड़ितों के प्राप्त प्रार्थाना पत्रों पर त्वरित कार्यवाही की गई और आवेदकों को उनकी गहरी कमाई, कुल रूपये 324975.00 को खातों में वापस किया गया।
अपनी मेहनत की कमाई पुनः प्राप्त होने पर आवेदकों ने साइबर कार्यालय में उपस्थित होकर समस्त स्टाफ का आभार व्यक्त किया।
शिकायतकर्ता का नाम, पता व वापस करायी गयी कुल धनराशि:
- सुशील कुमार शर्मा निवासी रौजा थाना कोतवाली, गाजीपुर; वापस करायी गयी कुल धनराशि रू. 1,25,000.00
- रामजनम निवासी थाना शादियाबाद जनपद गाजीपुर; वापस करायी गयी कुल धनराशि रू. 99,999.00
- दीनबन्धु निवासी थाना रेवतीपुर गाजीपुर; वापस करायी गयी कुल धनराशि रू. 25,349.00
- विकास जायसवाल निवासी थाना कोतवाली, गाजीपुर; वापस करायी गयी कुल धनराशि रू. 9,964.00
- विशाल निवासी थाना सैदपुर जनपद गाजीपुर; वापस करायी गयी कुल धनराशि रू. 17,663.00
- वेद प्रकाश थाना कोतवाली जनपद गाजीपुर; वापस करायी गयी कुल धनराशि रू. 5,000.00
- बृजेश कुमार यादव थाना करण्डा जनपद गाजीपुर; वापस करायी गयी कुल धनराशि रू. 11,000.00
- गिरी कुमार थाना कोतवाली जनपद गाजीपुर; वापस करायी गयी कुल धनराशि रू. 11,000.00
- अजीत कुमार थाना नन्दगंज जनपद गाजीपुर; वापस करायी गयी कुल धनराशि रू. 20,000.00
ऐसे बनाए जाते हैं शिकार
साइबर ठगों द्वारा लोगों को फोन और ईमेल करके किसी को लॉटरी लगने का मैसेज, किसी को फोन करके उसका बैंक अकाउंट हैक होने व कार्ड बंद होने का डर दिखाकर जानकारी कर लेते हैं, किसी को एनीडेस्क एप डाउनलोड करवाकर ठगी का शिकार बना लेते हैं।
ऐसे बरतें सावधानियाँ:
- कभी किसी संदिग्ध मैसेज पर विश्वास न करें।
- बैंक के संबंध में कोई भी मैसेज प्राप्त होने पर बैंक जाकर ही जानकारी प्राप्त करें।
- फोन कॉल पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा दिए जा रहे निर्देशों का पालन कटई न करें।
- अपनी कोई भी व्यक्तिगत जानकारी सोशल मीडिया पर शेयर न करें।
- फेसबुक या अन्य किसी सोशल मीडिया पर अनजान लोगों के साथ वीडियो कॉलिंग न करें।
- अज्ञात स्रोत से प्राप्त किसी भी प्रकार के लिंक या क्यूआर कोड पर क्लिक/स्कैन न करें।
- रिमोट एप जैसे टीम व्यूवर, एनीडेस्क, क्विक सर्पोट किसी के कहने पर इंस्टॉल न करें।
- पैसे की प्राप्ति करने हेतु कभी भी एम.पिन या यूपीआई पिन दर्ज करने की आवश्यकता नहीं होती है।