गाजीपुर के अंतर्गत आने वाली सभी सातों तहसील के परिषदीय स्कूलों के छात्र-छात्राओं का शासन के निर्देश के दो महीने बाद भी आधार सत्यापन का काम पूरा नहीं हो पाया है। इससे नए सत्र में उनके खातों में डीबीटी के जरिए ड्रेस, जूता, मोजा, बैग आदि की धनराशि नहीं भेजी जा सकी है।
पूरे जिले में जनपद में कुल 2269 परिषदीय विद्यालय हैं। इसमें 449 कंपोजिट विद्यालय, 1468 प्राथमिक और 352 उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं। जहां करीब दो लाख 35 हजार छात्र - छात्राएं अध्यनरत है। इनमें से सवा दो लाख का आधार सत्यापन पूरा हो गया है। शेष दस हजार का अभी सत्यापन किया जाना है।
इसके लिए शासन के तरफ से विभाग को सख्त निर्देश दिया गया था कि अप्रैल महीने के समाप्त होने से पहले सत्यापन का कार्य पूरा कर इसकी रिपोर्ट समय से उपलब्ध कराया जाए, ताकि डीबीटी के जरिए मिलने वाला 1200 रूपया हर हाल में अप्रैल के अंतिम सप्ताह तक उनके खातों में भेजी जा सके, ताकि उसका लाभ विद्यार्थी ले सकें।
महकमे के अनुसार पहले डीबीटी के जरिए आने वाले रुपए को महीनों लग जाते थे, जिसके चलते अभिभावक अपने बच्चों को समय से ड्रेस, जूता, मोजा, बैग नहीं खरीद पाते थे। इस संम्बध में बीएसए हेमंत राव ने बताया कि शासन के निर्देश के अनुसार डीबीटी ने जरिए खातों में धनराशि भेंजने के लिए आधार सत्यापन काफी तेजी से चल रहा है। अब तक 95 फीसदी से अधिक यह कार्य पूरा हो चुका है। बताया कि शेष बचे आधार सत्यापन का काम जल्द पूरा कर इसकी रिपोर्ट शासन को भेंज दी जायेगी, ताकि डीबीटी की धनराशि जल्द खातों में भेंजी जा सके।