जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने जनपद में कुल 100 परिषदीय विद्यालयों को आदर्श विद्यालय के रूप में विकसित करने के लिए कैंप कार्यालय पर समीक्षा बैठक आयोजित की। इस बैठक को ऑनलाइन गूगल मीट के माध्यम से आयोजित किया गया। जनपद स्तरीय अधिकारियों ने इन विद्यालयों को गोद लिया है और उन्हें आदर्श विद्यालय के रूप में विकसित करने के लिए 25 पैरामीटर्स निर्धारित किए गए हैं। जिलाधिकारी ने इस बैठक में दिए गए निर्देशों के अनुसार आगामी 2 महीने के अंदर निर्धारित पैरामीटर्स को पूरा करने का निर्देश दिया।
पहले से निर्धारित 19 पैरामीटर्स के अलावा शिक्षा क्षेत्र में पेंटिंग, स्मार्ट क्लास, विज्ञान प्रयोगशाला, खेल कूद सामग्री की उपलब्धता, खेल के मैदान, और पुस्तकालय की स्थापना पर विशेष ध्यान देने के निर्देश भी दिए गए हैं। इन कार्यों को जन सहयोग से करने का भी निर्देश दिया गया है। चयनित 100 विद्यालयों का स्थानीय स्तरीय निरीक्षण करने के लिए जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्दिष्ट प्रारूप पर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश भी दिया गया है। इस बैठक में जिलाधिकारी द्वारा पूर्व में दिए गए निर्देशों की समीक्षा भी गूगल मीट के माध्यम से की गई है। हालांकि, 4 अधिकारियों द्वारा आवंटित विद्यालयों का स्थानीय निरीक्षण नहीं किया गया है। जिलाधिकारी ने इसके लिए नाराजगी व्यक्त की और संबंधित अधिकारियों के वेतन रोकने का निर्देश दिया है।
इसके अलावा, जिलाधिकारी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे अपने निर्धारित 25 पैरामीटर्स पर कार्य को समय सीमा के भीतर पूरा करें। उन्होंने इस बैठक में उपस्थित होने के लिए अरुण सिंह (अपर जिलाधिकारी), संतोष कुमार वैश्य (मुख्य विकास अधिकारी), हेमन्त राव (जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी), जिला विकास अधिकारी और अन्य अधिकारियों को भी शामिल किया हैं। ये सभी अधिकारी भी ऑनलाइन गूगल मीट के माध्यम से इस बैठक में हिस्सा लिया हैं।