गाजीपुर के कासिमाबाद क्षेत्र के रामगढ़ ग्राम पंचायत में स्थित सरकारी सस्ते गल्ले के दुकानदार विजय बहादुर राम की दुकान के खिलाफ पूर्ति निरीक्षक द्वारा एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इस कार्रवाई के खिलाफ लोगों ने प्रदर्शन किया। उत्तेजित ग्रामीणों ने सैकड़ों की संख्या में पूर्ति निरीक्षक की कार्रवाई को गलत बताते हुए दुकान को बहाल करने की मांग की।
ग्रामीणों ने अपने पत्र में लिखा कि विजय बहादुर राम की दुकान पर 15 जून को सर्वर डाउन होने से नेटवर्क काम नहीं कर रहा था। इस कारण करीब 125 कार्ड धारकों का अंगूठा नहीं लग सका। अंगूठा नहीं लगने की दशा में कार्ड धारकों को बिना अंगूठा लगाए राशन वितरण कर दिया गया। ग्रामीणों का कहना है कि विक्रेता की कोई गलती नहीं है।
हम ग्रामीणों के दबाव के कारण वितरण किया गया था, क्योंकि उस दिन बहुत तेज धूप थी और धूप के कारण एक ग्रामीण बेहोश होकर गिर गया था। उन्होंने कहा कि राशन दुकानदार को फर्जी आरोप लगाया जा रहा है और साजिश के तहत दुकान को निलंबित करने की कार्रवाई की गई। ग्रामीणों ने बताया कि राशन दुकानदार के अच्छे आचरण होने के कारण हम सभी ग्रामीण राशन विक्रेता के साथ हैं।
एसडीएम ने कहा, "जांच जारी है। यदि कोई राशन कार्ड धारक विक्रेता की दुकान पर नहीं पहुंचता है, तो स्वयं दुकानदार कार्ड धारक के घर जाकर ई-पॉश मशीन से अंगूठा लगवाकर राशन दे देता है।" इस धरना प्रदर्शन में गुलाब चंद्र, चंद्रिका राम, अमित कुमार, शशि कपूर, रीना देवी, माया देवी, उर्मिला देवी, मंजू देवी, कलावती, हेमा चंपा, सरिता, अघोरी देवी, रामवती, पूनम, रम्भा देवी, कलावती, गुड़िया, शकुंतल, आशा देवी सहित कुल 150 हस्ताक्षर सहित पत्रक एसडीएम को सौंपा गया है। इस संबंध में एसडीएम अश्वनी पांडेय ने बताया कि प्राथमिकता दर्ज की जा चुकी है और अनियमितता की जांच चल रही है।