पवित्र हज के लिए यात्रा का सिलसिला शुरू हो चूका है। इस क्रम में जनपद से भी हज यात्रियों का जत्था हज के सफर पर रवाना हो रहे है। गांव, कस्बा व शहर के लोग हज के लिए जाने वाले अपने अजीजों और रिश्तेदारों को इस पवित्र कार्य के लिए अवसर मिलने पर उनका इस्तकबाल करने के साथ मुबारकबाद पेश रहे है। नम आंखों से अलविदा कह रहे हैं और पवित्र हज को पूरा करके के सकुशल वापसी का कामना भी कर रहे है।
गुरुवार को जमानियां कस्बा से भी हज यात्रियों का एक जत्था हज के पवित्र यात्रा पर जाने लिए घर से लखनऊ के लिए रवाना हो गया जो चार जून को मक्का के लिए प्रस्थान करेगा। हज इस्लाम धर्म के पांच मुख्य बिन्दुओं में से एक है। हर मोमिन बंदा पर हज फर्ज है।
जो हज यात्रा का खर्च उठाने में सामर्थ्य रखता है। यह सफ़र 40 दिन का होता है। इस सफर के दौरान हाजी मक्का मोअज़्ज़मा और मदीना मनव्वरा के विभिन्न स्थानों का जीयारत करते है। इबादत करके अपने गुनाहों की माफी तलब करते हैं। हज के लिर पूरी दुनियां से आए मुसलमान मक्का मोअज़्ज़मा में नौ जिल्हिज़्ज़ा को एकत्र होने है और हज के अंतिम अरकान को पूरा करते है।