बांराचवर विकास खण्ड के पैकवली ग्राम सभा में प्राथमिक विद्यालय के पास चिन्हित अमृत सरोवर में काम कर रहे मनरेगा मजदूरो के काम को गांव के कुछ लोगों ने रोक दिया। जिससे नाराज मजदूरों ने काम करना बंद कर दिया।मजदूर काम छोड़ने के बाद वहीं बैठ गये। सम्बंधित अधिकारी व प्रधान को मौके पर बुलाने की जिद पर अड़ गए।
मजदूरों ने आरोप लगाया की गाँव सभा के पूर्व प्रधान और उनके परिजन काम करने से मजदूरों को रोक रहे है।इसके साथ ही पूर्व प्रधान महिला और पुरूष मजदूरों के संग हाथापाई करने के साथ ही भद्दी-भद्दी गालियां दे रहे है। पैकवली ग्राम सभा में बुधवार के दिन अमृत सरोवर की खुदाई का कार्य सुबह के समय शुरू हुआ। जिसमे दर्जनों महिला ,पुरूष मजदूर मिट्टी खुदाई का कार्य कर रहे थे।
कार्य मे लगे मजदूर सुरेन्द्र राजभर ने बताया की कार्य शुरू होते ही गाँव के पूर्व प्रधान के परिजन मौके पर पहुंच कर काम रोक दिये और हाथापाई करने लगे ।जिस पर हम सभी मजदूर काम छोड कर बैठ गये। प्रधान पति राजेश सिंह ने बताया की मजदूरो का काम रोक दिये जाने से सरकारी कार्य मे बाधा पहुंच रही है । इसकी जानकारी उन्होंने उच्चाधिकारियों को दे दिया है।
जब इस संबंध मे एपीओ मनरेगा विनय दुबे से बात की गई तो उन्होंने बताया की प्रधान की ओर से काम रोके जाने की सुचना मिली है। मौके पर पहुंच कर इस बाबत जानकारी ली जायेगी। अगर कार्य मे बाधा उत्पन्न होना स्थापित होगा तो दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। वही पूर्व प्रधान उमा शंकर यादव से ने कहा की उनके तरफ से मनरेगा कार्य में कोई बाधा नहीं उत्पन्न किया जा रहा है।