गाजीपुर के सोनवल लेवल क्रॉसिंग के समीप 11 नंबर पुलिया से दिलदारनगर जंक्शन तक करीब 16 किमी. लंबे रूट पर अत्याधुनिक तकनीक पीक्यूआरएस (प्लासर क्विक रिलेयिंग सिस्टम) का कार्य पिछले 24 दिनों से रेलवे की लापरवाही के चलते बंद पड़ा हुआ है।
बता दें कि इस कार्य को 45 दिनों में यानि पिछले 24 अप्रैल तक पूरा कर लिए जाने का सख्त निर्देश था। लेकिन अभी तक महज तीन किमी तक ही यह कार्य हो सका है। 13 किमी. कार्य अभी भी किया जाना शेष है। ऐसे में ताडीघाट-मऊ नई रेल परियोजना के शुरू होने के बाद इस ब्रांच लाइन पर ट्रेनों को समय से रफ्तार दी जा सकेगी, इसमें संदेह है।
बता दें कि यह पीक्यूआरएस कार्य बीते 9 मार्च को पूरे तामझाम के साथ शुरू किया गया था। उम्मीद थी कि बहुत जल्द ही इस अतिप्राचीन लाइन पर ट्रेन पूरे रफ्तार के साथ फर्राटा भरेंगी, लेकिन महकमे के जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण यह काम आज तक 50 फीसदी भी नहीं हो सका है।
महकमे के अनुसार, इस मशीन की एक दिन में 260 मीटर तक पुराने पटरियों व स्लीपरों को हटा इनकी जगह नया लगाने की क्षमता है। यही नहीं, इस रूट पर 52 किलो पुरानी रेल की जगह 60 किलो की नई रेल जो 260 मीटर लंम्बी लेंथ की, भी लगाने काम किया जाना है। बता दें कि पीक्यूआरएस सिस्टम से बिछाई गई पटरियां बहुत अधिक मजबूत होने के साथ ही इनमें मानवीय चूक और तकनीकी खामी की सम्भावना नहीं रहती है। इस संबंध में पीडब्लूआई दिलीप कुमार ने बताया कि पीक्यूआरएस कार्य में लापरवाही पर पूर्व की कार्यदायी संस्था को हटा दिया गया है,नये कार्यदायी संस्था का चयन होते ही काम जल्द शुरू करा दिया जायेगा।