शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव कराने को लेकर सैदपुर पुलिस लगातार पुलिसिंग कर रही है। इस दौरान पुलिस ने नगर के सैकड़ों लोगों को धारा 107, 116 के अंतर्गत पाबंद किया है। इसमें पुलिस पर मनमाने तरीके से शरीफ लोगों को भी पाबंद किए जाने का आरोप लग रहा है।
इस कारण नगर के कई लोगों को अनावश्यक रूप से अपना समय और धन बर्बाद कर जमानत करानी पड़ रही है। बता दें कि उच्चाधिकारियों के निर्देश पर सैदपुर नगर पंचायत का चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए, सैदपुर पुलिस ने नगर के लगभग 800 लोगों को 107, 116 सीआरपीसी की धारा अंतर्गत पाबंद किया है। इस कारण लोगों को उप जिला मजिस्ट्रेट के कार्यालय पहुंचकर, जमानत करानी पड़ रही है।
हर जमानत में कम से कम ₹200 से लेकर ₹300 खर्च हो रहे हैं। इस तरह जमानत पर नगर के लोगों का डेढ़ से ₹2 लाख खर्च होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसी क्रम में पुलिस द्वारा नगर के कुल 180 असलहों के सापेक्ष 164 लोगों के असलहों को जमा भी कराया जा चुका है। 42 पर गुंडा एक्ट की कार्रवाई की गई है, वहीं एक को जिला बदर किया गया है।
पुरानी लिस्ट के आधार पर होती है कार्रवाई
पुलिस चुनाव के दौरान पिछले चुनाव में पाबंद किए गए लोगों की लिस्ट के अनुसार ही हर चुनाव में पाबंद की कार्यवाही करती है। लेकिन पुलिस की इस बार की कार्रवाई में नगर के कई ऐसे लोग मिले जिन्होंने बताया कि पुलिस के जवानों ने उन्हें रोककर पहले उनका नाम पूछा, फिर उनसे दो चार लोगों के और नाम पूछे और चले गए।
इसके बाद में नोटिस आने पर पता चला कि सभी को धारा 107, 106 अंतर्गत पाबंद कर दिया गया है। अब उन्हें जमानत करानी है। हालांकि इस तरह की ज्यादातर कार्रवाई पॉलिटिकल पार्टी के समर्थकों के ऊपर की गई है। लेकिन इसमें सैकड़ों ऐसे लोग भी शामिल हैं, जिनका संबंध न तो किसी को पॉलिटिकल पार्टी से है और न ही किसी अपराध से।