गाजीपुर बाढ़ प्रभावित जनपद में शुमार है। ऐसे में गाजीपुर के कई गांव गंगा के कटान से प्रभावित हैं। इन गांवों की सुरक्षा के लिए शासन की ओर से पिछले कई सालों से बोल्डर पिचिंग का काम कराया जा रहा है, ताकि क्षति कम से कम हो। गाजीपुर के मोहम्मदाबाद क्षेत्र के फिरोजपुर और सेमरा गांव का पिछले कई सालों में कई सौ बीघा रिहायशी और खेती का एरिया कटकर गंगा में समा चुका है।
बचे हुए एरिया को बचाने के लिए शासन के द्वारा करोड़ों की लागत से बोल्डर और पिचिंग का कार्य कराया जा रहा है। इन्हीं कार्यों को देखने के लिए जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह 1 दिन पूर्व गांव में पहुंचे और हो रहे कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कार्य में कई तरह की कमियां भी पाईं, जिसे समय से पूर्व दुरुस्त कराने का निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिया।
मंत्री ने बताया कि बाढ़ प्रभावित एरिया देखने आया हूं। पिछले साल स्थिति यह थी की गांव कट सकता था। गंगा का पानी गांव तक पहुंच गया था। इसी को देखते हुए बोल्डर पीचिंग का कार्य किया गया है, ताकि नुकसान न हो। इसके बनने से खेत और जन का नुकसान नहीं होगा, क्योंकि बाढ़ जब आती है तो भयंकर होती है। पिछले साल बाढ़ में 100 साल का रिकॉर्ड टूट चुका है, इसलिए 2023 मे गांव सुरक्षित रहे, नुकसान न हो, इसको लेकर तैयारी कर ली जा रही है। कमियों को दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं।