गाजीपुर के करंडा क्षेत्र के धरम्मरपुर में जमानियां को जोड़ने के लिए गंगा पर बने पुल से बड़े वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध है। इसके बाद भी अवैध तरीके से कोयला, ईंट, सरिया, सीमेंट, रेत आदि लादकर ओवरलोड वाहनों का संचालन धड़ल्ले से हो रहा है।
ओवरलोड वाहनों के मनमाने तरीके से दौड़ने से गंगा पुल क्षतिग्रस्त हो रहा है और दोनों तरफ एप्रोच मार्ग 1 फीट तक नीचे धंस गया है। इससे मोटरसाइकिल और छोटे चारपहिया वाहनों का चलना मुश्किल और खतरनाक हो गया है।
बिहार और चंदौली से भारी संख्या में पुआल लदे विशालकाय तीन चार मीटर चौड़ी ट्रैक्टर ट्रालियों के संचालन से आमजन का आवागमन पूरी तरह प्रभावित है। वहां दो-तीन घंटे तक जाम लग जा रहा है। इसकी शिकायत पर पुलिस द्वारा अनदेखी की जा रही है।
ओवरलोड ट्रकों और अत्यधिक चौड़े और ऊंचे ट्रैक्टर-ट्रालियों के चलने से न केवल जाम लग रहा है, बल्कि इन वाहनों की टक्कर से दुर्घटनाओं में बाढ़ आ गई है। एक महीने में कई लोगों को जान भी गंवानी पड़ी और दर्जनों से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। कुछ सप्ताह पहले 10 बजे दिन में ही सुआपुर के पास बड़ी ट्रैक्टर ट्राली से कुचलने से मोटरसाइकिल सवार खिजिरपुर निवासी शेखर प्रजापति और चंदौली निवासी अजय प्रजापति अलियार की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी।
7 मई को बड़सरा एक बारात में जा रहे चंदौली निवासी मोटरसाइकिल सवार दो युवकों की नरायनपुर के पास ओवरलोड ट्रक से कुचलने से मौत हो गई और कुछ दिन पूर्व नौदर के पास भी ट्रैक्टर के धक्के से एक युवक की मौत हो गई। लोगों का कहना है कि प्रशासन अगर इन बड़े और ओवरलोड वाहनों पर लगाम नहीं लगाएगा तो ये पूरा क्षेत्र डेड जोन बन जाएगा।