गाजीपुर जिले के रेवतीपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत रामपुर के समीप गंगा नदी पर स्थित पीपापुल महकमें की उदासीनता के चलते चार पहिया वाहनों का आवागमन पिछले एक सप्ताह से ठप पड़ा हुआ है। इसके चलते वाहन चालकों को मिनटों का सफर घंटो में तीस किमी दूर होकर आना-जाना पड़ रहा है।
मालूम हो कि बीते एक सप्ताह पूर्व इस पीपा पुल का एप्रोच पानी के तेज बहाव के चलते बह गया था, जिसके बाद महकमें के द्वारा एप्रोच का निर्माण दोबारा कर उसे आवागमन के लिए खोला गया, पर घटिया तरीके से बनाए गए एप्रोच के चलते दोबारा इसका एप्रोच एक हफ्ते में तीसरी बार गंगा में विलीन हो गया। इसके बाद हो रही परेशानियों को देखते हुए ग्रामीणों ने स्वत: आवागमन के लिए आपसी सहयोग से रेत व लोहे की प्लेट रखकर जुगाड़ के सहारे दो पहिया वाहन चालक जान जोखिम में डालकर आवागमन रहे हैं, इसके बाद भी महकमा मौन साधे हुए है।
सुनील कुमार, जयप्रकाश, जितेन्द्र, अखिलेश, गोरखनाथ, रिंकू आदि ग्रामीणों ने बताया कि बेपरवाह हो चुका महकमा इस पीपापुल से सुरक्षित आवागमन को लेकर शुरू से ही गम्भीर नहीं दिख रहा है। क्षेत्रीय राहगीरों ने बताया कि इस वर्ष पीपापुल का संचालन नियमित तरीके से नहीं हो सका है, जिससे कि इलाके के लोगों को इसका लाभ भरपूर नहीं मिल पा रहा है। लोगों ने बताया कि अब महज डेढ महीनें का ही समय बचा है।
उसके बाद 15 जून से मानसून का मौसम शुरू होते ही यह पीपापुल आवागमन के लिए अगले 15 अक्टूबर तक के लिए बंद कर दिया जाएगा। बताया कि इस साल पीपापुल का संचालन फरवरी में शुरू हुआ था। लोगों ने बताया कि इस पीपापुल मे जर्जर लकड़ी के स्लीपर, रेलिंग विहीन पुल हादसे को शुरु से ही दावत दे रहा है। बावजूद महकमा उदासीन बना हुआ है। इस सम्बन्ध में लोनिवि खंड तृतीय के अवर अभियंता महेन्द्र मौर्य ने बताया कि जल्द एप्रोच का निर्माण और रेलिंग लगे पुल को चालू कर दिया जाएगा।