गाजीपुर के रेवतीपुर गांव के बलुआ टोला में पिछले करीब 1 साल से जलनिकासी की समुचित व्यवस्था न होने से गलियां पूरी तरह से जलमग्न हो चुकी हैं। हालात यहां तक पहुंच चुका है कि ग्रामीणों का अपने घरों से निकलना दुश्वार हो चुका है।
वहीं दूसरी तरफ मुहल्ले में निवास करने वाले लोगों के निकट सम्बन्धी एवं अन्य लोगों ने इस ओर आना छोड़ दिया है। मुहल्ले के महिला, पुरुष, छात्र-छात्राएं आदि जलजमाव से होकर आने जाने को विवश हैं। देवंती देवी, मुखिया देवी, संध्या, मिंटू रावत, कन्हैया, गुड्डू आदि ग्रामीणों व अन्य लोगों ने बताया कि कुछ दबंग लोगों के द्वारा करीब एक साल से जलनिकासी वाली जगह को अतिक्रमण कर अवरूद्ध कर दिया गया है।
लोगों ने बताया कि समस्या के निदान के लिए एक साल से अधिकारियों के यहां शिकायत की जा रही है, लेकिन लगातार अनदेखी की जा रही है। बताया कि बरसात के मौसम में तो स्थिति इतनी भयावह हो जाती है कि गलियों का गंदा पानी लोगों के घरों के अंदर चला जाता है। जिससे मजबूरी में कई परिवार के लोगों को अपना पुस्तैनी घर छोड़ अन्यत्र शरण लेनी पड़ती है। इस नासूर बन चुकी समस्या से मुहल्ले के करीब ढाई सौ घरों के करीब एक हजार लोग प्रभावित हैं।
बीमारी फैलने का सता रहा खतरा
लोगों ने बताया कि पानी बहुत दिन तक इकट्ठा रहने से इससे निकलने वाली दुर्गंध ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। इसके चलते अब लोगों में संक्रामक बीमारी के भी फैलने का अंदेशा सता रहा है। लोगों ने बताया कि उन्हें शादी विवाह सहित दैनिक दिनचर्या को पूरा करने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। ग्राम प्रधान राकेश राय ने बताया कि जलनिकासी को लेकर पंचायत गंम्भीर है। कुछ लोगों के द्वारा उस जगह का अतिक्रमण कर लेने से यह समस्या उत्पन्न हुई है। इसको लेकर आलाधिकारियों के यहां शिकायत की गई है। जल्द ही समस्या का समाधान करा दिया जायेगा।