गाजीपुर जिले के रेवतीपुर थाना क्षेत्र में रामपुर गांव के समीप गंगा नदी पर पीपा पुल का एप्रोच एक बार फिर बीते देर रात्रि को पानी के तेज बहाव के कारण गंगा में बह गया। जिसके चलते पुल आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है।
इसके चलते पीपा पुल के दोनों तरफ वाहनों व ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई। काफी प्रयास के बाद भी मरम्मत न हो पाने पर राहगीर दूसरे अन्य सुदूर मार्गों से वापस अपने गंतव्य के लिए महकमें को कोसते हुए निकल पड़े।
ग्रामीणों ने बताया कि यह तो संयोग रहा एप्रोच से राहगीरों व बाइक चालकों के गुजरने के कुछ देर बाद ही एप्रोच गंगा में बह गया। जो हादसा होते होते बचा। बदोयम दर्जे से पीपा पुल के एप्रोच के निर्माण के चलते यह स्थिति बनी हुई है।
राहगीरों ने कहा कि अगर एप्रोच को लेकर महकमें की लापरवाही इसी तरह बनी रही तो भविष्य में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। इसके चलते राहगीरों को तीन किमी की दूरी के बजाय दस गुना अधिक करीब 35 किमी दूरी रामपुर, रेवतीपुर, सुहवल, मेदनीपुर से घाट होते हुए आना जाना पड़ रहा है।
फरवरी महीने में जब से इस पुल का संचालन शुरू हुआ है। आज तक नियमित तरीके से एक महीने भी इसका संचालन नहीं हो सका। गंगा के तेज बहाव को देखते हुए एप्रोच का निर्माण मानक के अनुरूप किसी दूसरे जगह कराया जाए। ताकि आए दिन हो रहे इस तरह की समस्या से निजात मिल सके। किसी तरह की सम्भावित हादसे से बचा जा सके। कहा कि चार पहिया वाहनों का संचालन इस पुल से शायद ही इस बार हुआ हो।
15 जून से 15 अक्टूबर तक संचालन बंद
पीपा पुल के बंद होने में अब करीब एक महीने का समय शेष बचा है। 15 जून से मानसून के शुरू होते ही इसका संचालन अगले 15 अक्टूबर तक के लिए बंद कर दिया जायेगा।
लोनिवि खंड तृतीय के अवर अभियंता महेन्द्र मौर्य ने बताया कि पानी के तेज बहाव के कारण यह हुआ है। जल्द ही एप्रोच की मरम्मत करा दी जायेगी।