गाजीपुर में अखिल भारतीय कायस्थ महासभा एवं जनपद में काम कर रहे तमाम कायस्थ संगठनों द्वारा संयुक्त रूप से एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। अयोध्या में छात्रा के हत्यारों को तत्काल गिरफ्तार कर उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की।
छात्रा के परिजनों के जान-माल की सुरक्षा और उन्हें 1 करोड़ रुपए की आर्थिक मदद करने की मांग से सम्बंधित ज्ञापन राज्यपाल के नाम से संबोधित उपजिलाधिकारी सदर प्रतिभा मिश्रा को सौंपा। जिलाध्यक्ष अरुण कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि उन्होंने अयोध्या की छात्रा के साथ हुए रेप और हत्या, गाजीपुर की हार्टमन इंटर कॉलेज की एक छात्रा की कॉलेज परिसर में जहर खाकर की गई आत्महत्या और वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के शिक्षक द्वारा छात्रा के समक्ष अनैतिक कार्य करने के प्रस्ताव के मामलों का जिक्र करते हुए कहा कि छात्राओं को क्या न्याय मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि यदि विद्यालयों में इस तरह की घटना घटेगी वह भी स्कूल के प्रबन्ध तंत्र और प्रधानाचार्यों द्वारा तो कौन अभिभावक भेजेगा अपनी बेटियों को स्कूल। इन घटनाओं से बेटियों के अभिभावक चिन्तित और आक्रोशित भी है। यदि यही स्थिति रही तो भाजपा सरकार का बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा कागजों पर ही दम तोड़ देगा। उन्होंने कहा कि यदि हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी नहीं होती है और उन पर हत्या का मुकदमा दर्ज नहीं होता है तो कायस्थ समाज के लोग सड़कों पर उतर कर आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
इस अवसर पर मुख्य रूप से मुक्तेश्वर प्रसाद श्रीवास्तव, अरुण कुमार श्रीवास्तव चुन्नू,गुलाब लाल श्रीवास्तव, अरुण सहाय संतोष श्रीवास्तव, परमानन्द श्रीवास्तव,शैल श्रीवास्तव, अमरनाथ श्रीवास्तव, मोहनलाल श्रीवास्तव,अमर सिंह राठौर एडवोकेट,केशव श्रीवास्तव,आशीष श्रीवास्तव, संदीप श्रीवास्तव, राजेश कुमार श्रीवास्तव एडवोकेट, शिवशंकर सिन्हा एडवोकेट, सुनील दत्त श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे।