ग़ाज़ीपुर जिले के जमानियां कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत रुपपुर नोनही सिवान में शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे अज्ञात कारणों से आग लगी। इससे दो गांवों के 6 किसानों की करीब साढ़े सात बीघा में खड़ी गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। आग पर घंटों मशक्कत के बाद काबू पाया जा सका। लेकिन तब तक सब जलकर खाक हो चुका था। इस भीषण अगजनी के चलते पिड़ित किसानों को करीब 4 लाख का नुकसान उठाना पड़ा है। सूचना पर पहुंचे राजस्व कर्मियों ने नुकसान का सर्वे कराकर इसकी रिपोर्ट आलाधिकारियों को प्रेषित कर दी है।
कोतवाली क्षेत्र के ही बरूइन गांव निवासी किसान हरिकिशुन ने बताया कि सुबह गेहूं की कटाई मड़ाई कर सभी लोग दोपहर के कड़े धूप से बचने के लिए अपने अपने घर चले गये। इसी दौरान उन्हें सूचना मिली कि उनके गेंहू की खड़ी फसल में आग लगी है। इसके बाद सभी लोग शोर मचाते हुए मौके की ओर अपने खेत की तरफ दौड़ पड़े। पीड़ित किसान ने बताया कि मौके पर पहुंच देखा तो आग की तेज लपटें उठ रही थी।
पछुआ हवा के चलते आग देरी में बुझाई जा सकी
पछुआ हवा के चलते आग बुझाने में काफी परेशानी हो रही थी, जिसके बाद अग्निशमन विभाग को आग लगने की सूचना दिया। करीब घंटे भर बाद पहुंची अग्निशमन के वाहन से कर्मियों ने ग्रामीणों के सहयोग से आग पर काबू पाने में जुट गये। काफी प्रयास के बाद आग पर काबू पाया जा सका। मगर किसानों के सामने ही उनके वर्ष भर की किए गये मेहनत आग की भेंट चढ़ चुका था।
हल्का लेखपाल ने सर्वे कराकर मुआवजा देने की बात कही
लोगों ने बताया कि इस अगलगी में बरूइन के हरिकिशुन, विध्याचल, नन्दू का एक-एक बीघा एवं बभनपुरा निवासी अनिल पाण्डेय व जितेन्द्र पाण्डेय का डेढ़ -डेढ़ बीघा, जबकि वकील पाण्डेय का डेढ़ बीघा खड़ी गेहूं की फसल सहित गेहूं का बोझ जलकर राख हो गया। किसानों ने जल्द मुआवजे की मांग प्रशासन से की है। हल्का लेखपाल राजकुमार ने बताया कि सभी किसानों के अगलगी से हुए नुकसान का सर्वे कर लिया गया है। इसकी रिपोर्ट आलाधिकारियों को प्रेषित कर दी गई है।