गाजीपुर जिले के रेवतीपुर गांव स्थित सीएचसी में चार दशक बाद भी महकमे की उदासीनता से एक अदद एक्सरे एवं अल्ट्रासाउंड की मशीन नहीं लग सकी। जिसके चलते मरीजों को जांच के लिए निजी पैथोलॉजी सेंटरों पर जाना पड़ रहा है। जहां संचालक उनका जमकर आर्थिक शोषण कर रहे है।
कृष्णानंद,गिल्लू यादव,कमलेश सिंह, जलालुद्दीन, शिवबचन,अशोकानंद यादव आदि ग्रामीणों ने मांग किया कि अगर उपरोक्त दोनों जांच की सुविधा यहाँ उपलब्ध हो जाए तो मरीजों को सुदुर निजी पैथोलाजी सेंटरो में नहीं जाना पडेगा,साथ ही उनका काफी कम खर्चे पर बेहतर जांच की सुविधा अस्पताल में समय से मिल सकेगी।
मालूम हो कि दशकों पहले शासन ने ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को समय से बेहतर चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए करोड़ों की लागत से तीस शैय्या वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का निर्माण कराया था,ताकि लोगों को सुदुर न जाना पडे। महकमें के अनुसार इस सीएचसी पर तीन डाक्टर के अलावा करीब चार दर्जन से अधिक स्वास्थ्य कर्मी तैनात है।जो विभिन्न रोगों का उपचार व इलाज करते है,बावजूद इस महत्वपूर्ण अस्पताल पर आज तक एक्सरे एव अल्ट्रासाउंड की सुविधा उपलब्ध नहीं हो सकी।
सुविधा न होने से डॉक्टर उन्हें रेफर कर देते हैं
मालूम हो कि इस सीएचसी के अलावा चार पी एच सी भी है। जहां रोजाना कुल मिलाकर करीब चार सौ से मरीज आते है। इनमें से प्रतिदिन दर्जनों मरीज एक्सीडेंटल,मारपीट आदि अन्य गम्भीर रोगों के मरीज आते है। लेकिन उपरोक्त सुविधा न होने से डॉक्टर उन्हें रेफर कर देते हैं। लोगों ने बताया कि इसको लेकर कई बार अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाया गया।
सीएमओ डाक्टर हरगोविंद सिंह ने बताया कि एक्सरे मशीन व अल्ट्रासाउंड के लिए महकमें के तरफ से शासन को प्रस्ताव भेंजा गया है,प्रस्ताव के मंजूर होते ही सुविधा उपलब्ध करा दिया जायेगा।