गाजीपुर के रेवतीपुर में लक्ष्य के अनुरूप डीबीटी के आधार सत्यापन एवं नवीन नामांकन में लापरवाही पाए जाने पर बीएसए ने ब्लाक के आठ परिषदीय विद्यालयों के 22 अध्यापकों का वेतन रोक दिया है। साथ ही उन्हें नोटिस जारी कर सभी को 24 घंटे में स्पष्टीकरण देने का सख्त निर्देश दिया है। बीएसए के इस सख्त कदम से विभाग में पूरी तरह से हडकंप मचा हुआ है।
मालूम हो कि रेवतीपुर ब्लाक संसाधन केन्द्र के सभागार में बीते शुक्रवार को बीईओ अशोक कुमार गौतम ने विभिन्न विषय पर सभी प्रधानाध्यापकों की मासिक समीक्षा बैठक आयोजित की थी। जिसमें लक्ष्य के अनरूप कम नामांकन एवं डीबीटी के जरिए आधार सत्यापन में लापरवाही पाए जाने पर बीईओ ने 22 लापरवाह अध्यापकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए एक सूची जिला मुख्यालय को भेज दी थी। जिसके बाद आज बीएसए ने लापरवाह अध्यापकों का वेतन रोक उन्हें नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
इस दौरान बीईओ अशोक कुमार गौतम ने बताया कि नवीन नामांकन की स्थिति, हाउस होल्ड सर्वे, प्रेरणा पोर्टल पर छात्रों के प्रोफाइल अपडेशन, डीबीटी, निपुण लक्ष्य तथा अन्य विभागीय योजनाओं के प्रगति और क्रियान्वयन पर समीक्षा बैठक में प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की गई। उन्होंने कहा कि शासन की योजना व विभागीय कार्रवाई में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। कहा कि बाल हित में संचालित सभी सरकारी योजनाओं को बच्चों तक पारदर्शी तरीके से पहुंचाना है। इसमें जिस अध्यापक की लापरवाही पाई जायेगी, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
उन्होंने कहा कि बेहतर शिक्षा देना व शासन की मंशा व उसकी योजनाओं को अमल में लाना यही सच्ची राष्ट्र सेवा है। सामूहिक प्रयास से निर्धारित निपुण लक्ष्य को ससमय प्राप्त करने में महकमा जुटा है। इस अवसर पर एआरपी प्रवीण शुक्ल, कन्हैया सिंह, दिनेश यादव, एआरपी संत गुप्ता, सत्यप्रकाश श्रीवास्तव, जयप्रकाश, जावेद अमानी, इकबाल अंसारी, रामविलास, अजहर, इंद्रासन यादव आदि लोग मौजूद रहे। बीएसए हेमंत राव ने बताया कि विभागीय कार्य में लापरवाही पाए जाने पर आठ विद्यालयों के 22 अध्यापकों को वेतन रोक उन्हें नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है।