एनएच 31 के समीप बसे गांव गौसपुर के लोग इन दिनों परेशान हैं। ग्रामीणों की परेशानी का सबब सड़क किनारे रखा बोल्डर और खड़ी की जाने वाली जेसीबी मशीन है। गांव गंगा किनारे बसा है और गंगा नदी के किनारे कटान रोधी निर्माण को लेकर आए दिन हाईवे के किनारे बोल्डर रखे जाने और जेसीबी पार्क किए जाने से ग्रामीण परेशान हैं।
गांव के पूर्व प्रधान झंने खान ने बातचीत में बताया कि पहले गंगा किनारे कटान रोधी निर्माण के लिए ठेकेदार की ओर से लाए जाने वाली बोल्डर, ब्रिटिश पीरियड में निर्मित और अब निष्प्रयोज्य हो चुके हवाई पट्टी पर रखे जाते थे। वहां से बिल्डरों को लाकर गंगा किनारे निर्माण कार्य में इस्तेमाल किया जाता ।था पिछले कुछ वक्त से ठेकेदार मनमानी पर उतारू है।
वह सड़क किनारे ही बोल्डरों को रखवा दे रहे हैं। इसके साथ ही साथ निर्माण कार्य में इस्तेमाल की जाने वाली जेसीबी भी हाईवे के किनारे ही यहां वहां पार्क कर जाती है। बोल्डर का रखा जाना और जेसीबी की पार्किंग राहगीरों के लिए परेशानी का सबब है। पिछले कुछ दिनों में तीन से चार मोटरसाइकिल वाहन इससे हताहत हो चुके । यह बोल्डर गांव के पहले पढ़ने वाले शार्प टर्न(अंधा मोड़) पर रखा गया है
ग्रामीणों ने समस्या से स्थानीय पुलिस को कराया अवगत
इसी गांव के रहने वाले जितेंद्र शर्मा ने बताया कि वह बढ़ई का काम करते हैं। गांव आने में देर शाम हो जाती है। ऐसे में कई बार उन्हें इस बात का भय बना रहता है कि अंधेरे में कहीं उनकी मोटरसाइकिल सड़क किनारे रखे बोल्डरों से ना जा टकराए। उन्हें पहले के वनस्पति बेहद सतर्क रहना पड़ता है। झंने खान ने बताया कि ठेकेदार की ओर से आने वाली समस्या से उन्होंने स्थानीय पुलिस को अवगत कराया है। उम्मीद जताई जा रही है कि पुलिस के हस्तक्षेप से जल्द ही ग्रामीणों की समस्या दूर हो जाएगी।
वहीं इस प्रकरण में एसडीएम भारत भार्गव का कहना है कि ग्रामीणों की समस्या का संज्ञान लेते हुए संबंधित विभाग को निर्देशित कर सड़क के किनारे रखे बोल्डरों को हटवा लिया जाएगा।