गाज़ीपुर में कोरोना संक्रमित मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है। बुधवार को एक कोरोना संक्रमित महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मृतका के परिजनों का सैंपल लेकर लैब में भेज दिया। संक्रमित महिला की मौत की खबर मिलते ही गाजीपुर के स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया। स्वास्थ्य महकमे ने लोगों से कोरोना से बचाव के उपाय अपनाने की अपील की है।
स्वास्थ्य महकमे द्वारा मृत महिला के पुत्र से ली गई जानकारी के मुताबिक वह लगभग पिछले एक वर्ष से मल्टीपल मायलोमा एवं डायबिटीज रोग से पीड़ित थी, जिसका ईलाज होमी भाभा हास्पिटल वाराणसी से चल रहा था। बीते 15 अप्रैल को उन्हें बुखार आया, जिसके बाद परिवार के लोगों ने उन्हें पैरासिटामाल दे दिया। अगले दिन उन्हें खासी एवं जुकाम हो गया तो परिवार के लोग निजी चिकित्सक की सलाह पर उन्हें दवा दिए। किंतु स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ, जिसके उपरांत परिवार के लोग उन्हें अगले दिन कैंसर हास्पिटल वाराणसी के इमरजेन्सी में लेकर गये।
18 अप्रैल को महिला पाई गई थी कोरोना पॉजिटिव
जहां जरूरी उपचार के बाद उन्हें घर भेज दिया गया। 18 अप्रैल को उन्हें सांस लेने में कठिनाई एवं घबराहट होने लगी। जिसके उपरांत परिवार के लोग उन्हें पुनः होमी भाभा हास्पिटल वाराणसी ले गये। जहां चेस्ट एक्स-रे पर पता चला कि उन्हें कोविड निमोनिया जैसे लक्षण है। इसके बाद उनकी कोविड जांच की गयी, जिसमें वह पॉजिटिव पायी गयी। उन्हें वहां पर आक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया तथा जरूरी इलाज दिया गया, लेकिन उनके स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ और उनकी मृत्यु हो गयी।
कोरोना के लक्षण मिलने पर तत्काल जांच कराने की अपील
स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताया गया कि बुधवार को एक और मरीज कोरोना संक्रमित मिला है। जिले में 2 एक्टिव केस है, जिनका होम आइसोलेशन में इलाज चल रहा है। लोगों से अपील की गई है कि कोरोना के लक्षण मिलने पर तत्काल जांच कराएं। इसका जांच निःशुल्क होता है। बाजारों में निकलने पर मास्क का प्रयोग करें व उचित दूरी का पालन करें। भीड़ भाड़ वाली जगहों पर ना जाएं। शारीरिक दूरी का पालन करें। संक्रमण बढ़ रहा है, इसलिए सतर्क रहने की जरूरत है।
स्वास्थ विभाग में द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक जांच का दायरा बढ़ा दिया गया है। ऐसे में कुछ दिनों से कोरोना संक्रमित मरीजों के मिलने और एक संक्रमित की मौत के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।