गाजीपुर जिले के रामपुर गांव के समीप गंगा नदी स्थित पीपापुल का एप्रोच बीते देर रात्रि को गंगा के तेज बहाव के चलते पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। जिसके कारण दोनों तरफ से आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है। इसके कारण क्षेत्रीय लोगों को करीब 30 किमी की अधिक दूरी रेवतीपुर, पकडी,डेढगावां,सुहवल से मेदनीपुर होते हुए मुहम्दाबाद आना जाना पड रहा है।वहीं एप्रोच के टूटने के बाद लोगों ने इसकी सूचना महकमें को दे दी।
पीपापुल के क्षतिग्रस्त एप्रोच की मरम्मत महकमें के द्वारा नहीं किया जा सका है। जिससे कि लोगों में विभाग के प्रति रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने बताया कि इस पीपापुल के एप्रोच के नीचे की मिट्टी पिछले कई दिनों से पानी के तेज प्रवाह के कारण कट रही थी। कमलेश, अनिल,भगवती, संतोष, विनय,कन्हैया आदि लोगों ने बताया कि विभाग अगर पहले सचेत हो गया होता और एप्रोच के कटान को रोकने का उपाय उसके द्वारा किया गया होता तो शायद आज एप्रोच क्षतिग्रस्त नहीं हुआ होता।
राहगीरों ने यह भी बताया कि पिछले कई दिनों से राहगीर जान जोखिम में डालकर इस पीपापुल से आवागमन कर रह थे,बताया कि यह तो संयोग रहा कि एप्रोच रात के पहर क्षतिग्रस्त हुआ अन्यथा दिन में होने पर बडा हादसा हो सकता था। मालूम हो कि इस पीपापुल की सुरक्षा भी भगवान भरोसे है,इसकी रेलिंग जगह जगह टूटी है, पुल के उपर लगाए गये लकडी के स्लीपर पूरी तरह से जर्जर हो चुका है।
वहीं बिछाई गई लोहे की प्लेटें बिखरी पडी है। बावजूद महकमा पुल की सुरक्षा व राहगीरों के सुरक्षित आवागमन को लेकर पूरी तरह से लापरवाह बना हुआ है। इस सम्बन्ध में लोनिवि खंड तृतीय के अवर अभियंता महेन्द्र मौर्य ने बताया कि पीपापुल के क्षतिग्रस्त एप्रोच के मरम्मत का कार्य जल्द शुरू कर दिया जायेगा। जिसके चलते आवागमन दोबारा चालू हो सके।