मऊ के पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी और उनके परिजनों की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। अब तक करीब 200 करोड़ की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है। यहीं नहीं मुख्तार से जुड़े अन्य अवैध संपत्तियों को चिन्हित किया जा रहा है। शासन की कर्रवाईयों का डंडा संगठित अपराध को अंजाम देने वालों के खिलाफ लगातार चल रहा है।
अब तक आईएस 191 गैंग के लीडर मुख्तार अंसारी, उनके रिश्तेदार और गैंग से संबंधित 200 करोड़ की अवैध संपत्ति कुर्क की जा चुकी हैं। वहीं मुख्तार अंसारी, उसके रिश्तेदार और करीबियों के खिलाफ जिला प्रशासन व पुलिस की कार्रवाई निरंतर जारी है। जिले के साथ ही अन्य जनपदों में भी उनकी संपत्ति को चिह्नित कर कुर्क किया जा रहा है। मुख्तार के चचेरे भाई मंसूर, चाचा खुर्शेदुलहक अंसारी और मंसूर की पत्नी आविदा ने लखनऊ के डा. वैजनाथ रोड न्यू हैदराबाद मोहल्ला के काल्विन कालेज वार्ड में 16 अगस्त 2015 को 284.57 वर्ग मीटर भूमि को 65 लाख 45 हजार 110 रुपये में क्रय किया था।
मुख्तार अंसारी और उसके करीबियों की अवैध संपत्तियों की विवेचना कर रहे प्रभारी निरीक्षक मुहम्मदाबाद ने गत 20 मार्च को इस भूमि के संबंध में अपनी आख्या पुलिस अधीक्षक को प्रेषित किया। जिस पर एसपी ने 27 मार्च को अपनी संस्तुति दी थी। जांच में मिला कि इस संपत्ति को मुख्तार अंसारी ने अपने चाचा, चचेरे भाई व उसकी पत्नी के नाम से लिया था। इस संपत्ति को उसने एक गिरोह बनाकर और लोक व्यवस्था को अस्त-व्यस्त करते हुए अवैध तरीके से अर्जित की थी। जिसपर जिलाधिकारी ने गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क करने का आदेश दिया था। जिला और पुलिस प्रशासन की ओर से लगातार हो रही कार्रवाई से खलबली मची हुई है।