गाजीपुर के एमपी एमएलए कोर्ट में मुख्तार अंसारी के दो मामले बुधवार को फैसला आने वाला था। शासकीय अधिवक्ता के लिखित बहस दाखिल करने के लिए समय मांगा गया। इसे कोर्ट ने स्वीकार करते हुए अगली तारीख 27 अप्रैल तय किया है।
मुख्तार अंसारी के अधिवक्ता लियाकत अली ने बताया कि साल 2009 में मीर हसन की तरफ से 307 के तहत थाना मुहम्मदाबाद में मुकदमा आरोपी सोनू यादव के नाम से दर्ज किया गया था। विवेचना के दौरान 120 बी के तहत मुख्तार अंसारी को इस मामले में नामजद किया गया। वहीं इस मामले में मुख्य अभियुक्त सोनू यादव बरी हो चुका है।
वहीं एक अन्य मामला थाना करंडा में गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज था। गैंग चार्ट में कुल 2 मुकदमे हैं। इसमें एक मोहमदाबाद का 2009 में दर्ज 307 का और करंडा में 302 का मुकदमा शामिल था, जबकि 302 के मामले में मुख्तार अंसारी बरी हो चुके हैं।
दोनों मामले का बुधवार को कोर्ट की तरफ से फैसला आना था, लेकिन सरकारी वकील के द्वारा प्रार्थना पत्र देकर न्यायालय से लिखित बहस दाखिल करने के लिए समय मांगा गया। इसे न्यायालय ने स्वीकार करते हुए अगली तिथि 27 अप्रैल तय किया है।