गाजीपुर जिले के जमानिया क्षेत्र के ताड़ीघाट-मऊ रेल परियोजना का काम तेजी से चल रहा है। पहले चरण में गाजीपुर से सोनवल तक डीजल के साथ इलेक्ट्रिक इंजन का सफल ट्रायल भी हो चुका है। लेकिन इस परियोजना के तहत हो रहे कार्यों में कार्यदायी संस्था की ओर से सुरक्षा मानकों की अनदेखी की जा रही है। कई फीट ऊंचे पिलर पर मजदूर बिना हेलमेट और बेल्ट लगाए काम कर रहे हैं। इससे किसी भी दिन घटना घट सकती है।
ताड़ीघाट-मऊ रेल परियोजना के तहत पहले चरण में गंगा पुल पर एक हजार पच्चास मीटर लंबे रेल सह सड़क पुल में रेल पुल का तो निर्माण हो चुका है लेकिन सड़क पुल का निर्माण होना बाकी है। गाजीपुर घाट और मेदनीपुर में सड़क पुल के लिए कई फिट ऊंचे पिलर पर वेल्डिंग करने के साथ ही कई काम किए जा रहे हैं।
लेकिन इस दौरान ऊंचे पिलरों पर मजदूरों को बिना हेलमेट और बेल्ट पहने कार्य करते देखा जा सकता है। यह हाल तब है जब इस प्रोजेक्ट की लगातार उच्चाधिकारी निगरानी कर रहे हैं। आए दिन रेलवे के अधिकारियों का दौरा भी होता है लेकिन कोई भी इस पर ध्यान नहीं दे रहा है।