गाज़ीपुर सिटी रेलवे स्टेशन से सोनवल स्टेशन तक 9.600 किमी लम्बी नई रेल लाइन पर बीती शाम इलेक्ट्रिक लोको का सफल स्पीड ट्रायल पूरा होते ही रेलवे के अधिकारियों सहित पूरे महकमें में खुशी की लहर दौड पडी। मालूम हो कि इस नई रेलवे लाइन के बीच में गंगा नदी पर रेल कम रोड पुल का निर्माण भी कराया गया है।
इसके पहले सिटी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंम्बर एक पर ट्रायल से पहले आर बी एन एल के पीडी जीवेश ठाकुर एवं जीपीटी इंफ्रा प्रोजेक्ट के वाइस प्रेसिडेंट अश्वनी कुमार अपने पूरी टीम के साथ वैदिक मंत्रोचार के बीच नारियल फोड कर इस शब्दभेदी एक्सप्रेस के इलेक्ट्रिक इंजन को ट्रायल के लिए रवाना किया गया। 13 मिनट का सफर तय कर इंजन सोनवल स्टेशन पहुंचा। फिर सोनवल से यह इंजन सिटी स्टेशन पहुंचा।
स्पीड ट्रायल को देखने के लिए जगह-जगह लोगों की भारी भीड़
इस दौरान इंजन ने धडधडाते हुए 75 किमी की रफ्तार से पूरा सफर 27 मिनट में तय किया। इस इलेक्ट्रिक लोको के स्पीड ट्रायल को देखने के लिए जगह जगह लोगों की भारी भीड लगी रही। लोग इस सुनहरे पल को मोबाइल में कैद करने में लगे रहे।
नई रेल लाइन का किया डीजल इंजन ट्रायल
मालूम हो कि बीते 11 मार्च को इस नई रेल लाइन का डीजल इंजन ट्रायल किया गया था। महकमें की माने तो इस पहले चरण की नई परियोजना का सीआरएस अगले महीनें सुनिश्चित है। महकमें की माने तो इसके बाद वह दिन दूर नहीं जब प्रधानमंत्री इस परियोजना को बहुत जल्द जनता को समर्पित करेगें, जिसके बाद इस लाइन पर विभिन्न दूरस्थ ट्रेनों का संचालन शुरू हो जायेगा। करीब 1766 करोड़ की पहले चरण की यह परियोजना लगभग पूरी हो चुकी है। बस छोटे-छोटे काम शेष रह गये है, जो अब कुछ दिनों में पूरा कर लिए जायेगें।
पीएम मोदी ने 2016 रखी थी नींव
मालूम हो कि इस परियोजना की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 14 नवंम्बर 2016 रखी थी। ट्रायल के अवसर पर पीडी जीवेश ठाकुर, जीपीटी इंफ्रा प्रोजेक्ट के वाइस प्रेसिडेंट अश्वनी कुमार,सुनिल सिंह, विद्युत राव, निगमानंद जेना, राकेश कुमार, लोको पायलट अनिल कुमार व सहायक लोको पायलट दिव्य प्रकाश,आर बी एन एल के मैनेजर पीके सिंह आदि मौजूद रहे।