ग़ाज़ीपुर जिले के मुहम्मदाबाद तहसील के राजापुर ग्राम पंचायत इन दिनों चर्चा में बना हुआ है। दरअसल इस ग्राम पंचायत को प्रधानमंत्री ग्राम पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार से नवाजा गया है। राजापुर ग्राम पंचायत को जिले स्तर पर गांव में कराए गए विकास कार्यों के आधार पर पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया था। डीएम की अध्यक्षता वाली समिति की अनुशंसा के बाद ग्राम पंचायत पुरस्कार हासिल हुआ है।
गांव के युवा प्रधान अश्विनी कुमार राय ने बताया कि इससे पहले उनकी मां प्रधान रही हैं। 2018 में सीएम ग्राम पंचायत प्रोत्साहन राशि उनके ग्राम पंचायत को मिला था। इसके तहत 8 लाख रुपये पंचायत को हासिल हुए थे। उन्होंने गाजीपुर के पीजी कॉलेज से कृषि स्नातक की डिग्री ली है। कॉलेज के दिनों से ही उनकी इच्छा थी कि वह प्रधानी का चुनाव जीते और गांव के लिए कुछ बेहतर कर दिखाएं। 2021 में हुए पंचायत चुनाव में उन्होंने प्रधान पद के लिए दावेदारी की और जीत हासिल करने में कामयाब रहे।
रेल के डिब्बे के आकार में है शौचालय
अश्विनी ने बताया कि उनके ग्रामसभा में ग्रामीणों के इस्तेमाल के लिए फ्री वाई-फाई की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। ग्राम सचिवालय पर दैनिक स्तर पर वो खुद बैठकर सुनिश्चित करते हैं कि छोटी-मोटी समस्याओं को लेकर वहां पहुंचने वाले ग्रामीणों को उचित निदान उपलब्ध कराया जाए। इसके साथ ही साथ सचिवालय पर जन्म, मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने की व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है। स्वच्छता अभियान को बल देने के लिए गांव में सार्वजनिक इस्तेमाल के लिए शौचालय का निर्माण कराया गया। इसे खूबसूरत रेल के डिब्बे के तौर पर रंग-रोगन कर आकार भी दिया गया। यह शौचालय भी जब पूरी तरीके से तैयार हुआ तो चर्चा के केंद्र में रहा।
अश्विनी ने बताया कि ग्राम पंचायत को मार्च में ग्राम पंचायत प्रोत्साहन राशि के तौर पर 11 लाख रुपए हासिल हुए हैं। वह चाहते हैं कि इस धनराशि को गांव के विकास के लिए खर्च करें। साथ ही वह गांव में उत्कृष्ट कार्य करके राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार जीतने की इच्छा रखते हैं।