पारा दिनों दिन चढ़ता जा रहा है और रेल गाड़ियों की लेट लतीफी कम नहीं हो रही है। इसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है। रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को तपती गर्मी के बीच ट्रेनों का इंतजार करना पड़ रहा है। ऐसी दशा में ट्रेन के आते ही स्टेशन पर लगी पानी टंकियों पर पर धक्का-मुक्की शुरू हो जाती है।
सोमवार को सबसे ज्यादा लेट पंजाब मेल रही। अमृतसर से हावड़ा जाने वाली पंजाब मेल पांच घंटे से भी ज्यादा की देरी से गहमर स्टेशन पर आई, जबकि हावड़ा से अमृतसर जाने वाली पंजाब मेल एक घंटे विलंब से गहमर स्टेशन पर पहुंची। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से पटना जाने वाली मेमू स्पेशल ट्रेन एक घंटे लेट आई।
13484-फरक्का एक्सप्रेस डेढ़ घंटे और 20802-मगध एक्सप्रेस सवा घंटे विलंब से आने के कारण यात्रियों को इंतजार करना पड़ा। डाउन में 12333 विभूति एक्सप्रेस और 13483 फरक्का एक्सप्रेस एक-एक घंटे विलंब से आई। ट्रेनों की लेट लतीफी से यात्रियों को तपती गर्मी में पसीना बहाना पड़ रहा है।
ट्रेनों में सफर करने वाले यात्री रास्ते में गर्मी से बेहाल हो रहे हैं। कोई ट्रेन समय से नहीं पहुंच रही है। इस वजह से उनकी प्यास बढ़ती रहती है। रेलवे स्टेशन पर जैसे ही कोई ट्रेन आती है, वैसे ही उसमें सफर करने वाले यात्री उतर कर पानी की टोटियों पर टूट पड़ते हैं। पानी भरने को लेकर धक्का-मुक्की होती है। इससे पहले कि सभी यात्री पानी भर सकें, ट्रेन छूटने का संकेत हो जाता है।
इससे कई यात्री बगैर पानी लिए ही लौट जाते हैं। स्टेशन के जिम्मेदार अधिकारी कहते हैं कि ट्रेन पिछले स्टेशनों से लेट हो रही हैं। स्टेशन पर पानी की व्यवस्था पूरी है और सभी नलों में जलापूर्ति हो रही है।