गाजीपुर जिले के जमानियां क्षेत्र के गंगा नदी पर स्थित हमीद सेतु पर डीएम के रोक के बावजूद सीमेंट, कोयला, सरिया आदि समान लदे ओवरलोड टेलर, डीसीएम, बोगा आदि वाहन गुजर रहे हैं। इसमें पुलिस की मिलीभगत भी सामने आ रही है। इसके चलते एक बार फिर से सेतु के एप्रोच में दरार पड़ने लगी है। लोगों ने कहा कि यही हाल रहा तो यह सेतु कभी भी दोबारा क्षतिग्रस्त हो सकता है। इसके कारण भारी जान माल का भी नुकसान हो सकता है। बावजूद पुलिस प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है।
सीसीटीवी कैमरे लगे होने के बाद भी नहीं कार्रवाई
सेतु के क्षतिग्रस्त होने पर जिला मुख्यालय से सैकड़ों गांव सहित पड़ोसी राज्य बिहार, चंदौली आदि जनपदों से होकर आने वाले वाहनों व अन्य लोगों का आवागमन का सम्पर्क टूट जायेगा। बता दें कि इस ओवरलोडिंग के खेल को रोकने के लिए डीएम ने पूर्व में सेतु के दोनों तरफ लोहे का 10 फीट उंचा हाइटगेज वैरियर लगवाए जाने के साथ ही रजागंज पुलिस चौकी के समीप सीसीटीवी कैमरा भी लगवाया था, लेकिन इसमें लिप्त लोगों में कार्रवाई नाम का कोई खौफ नहीं है।
सेतु 9 बार हो चुका है क्षतिग्रस्त
यह महत्वपूर्ण हमीद सेतु 2015, 2016, 2017, 2018, 2019, 2020 में कुल मिलाकर 9 बार पुल क्षतिग्रस्त हो चुका है। इसके मरम्मत के बाद ओवरलोड वाहनों के संचालन में लिप्त लोगों का रैकेट दोबारा सक्रिय हो जाता है। अगर इसी तरह भारी वाहनों का संचालन होता रहा तो पुल को क्षतिग्रस्त होने से नहीं रोका जा सकता है। एसपीआरए बलवंत चौधरी ने बताया कि ओवरलोड वाहन पुल से नहीं गुजरने दिए जायेगें। इसकी जांच कराकर इसमें लिप्त लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जायेगी।