गाजीपुर के जमानियां कोतवाली क्षेत्र के दाउदपुर गांव में अज्ञात कारणों से तीन रिहायशी झोपड़ियां जलकर राख हो गईं, जबकि उसमें बांधकर रखी गईं दो दुधारू भैंसें जलकर मर गईं। हादसे में गृहस्थी समेत चारा, कपडा और राशन जलकर राख हो गया। करीब एक घंटे की कड़ी मश्क्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। मगर तब तक सब जलकर राख हो चुका था। प्रशासनिक अधिकारियों ने क्षति का आकलन कर रिपोर्ट आलाधिकारियों को प्रेषित कर दी।
दाउदपुर गाँव निवासी पीड़ित फणीन्द्र राम ने बताया कि वह रोज की तरह भैंसों को झोपडी में बांध खेत में परिजनों समेत काम करने चले गये थे। इसी दौरान उन्हें शोर सुनाई दिया। जब वह मौके पर पहुंचे तो देखा की उनकी झोपड़ियों से आग की तेज लपटें उठ रही हैं। ग्रामीणों के सहयोग से निजी संसाधनों के सहारे आग पर काबू पाने में जुटने के साथ ही झोपडी के अंधर बांधी गई भैंसों को निकालने का प्रयास किया, मगर नाकामयाब रहे।
वहीं ग्रामीणों के मुताबिक यह तो संयोग रहा कि पछुआ हवा का दबाव कम था, अन्यथा हादसा इतना बडा होता कि नुकसान का आकलन करना मुश्किल हो जाता। ग्रामीणों ने मांग कि पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता दी जाए, ताकि उसकी आर्थिक स्थिति पटरी पर आ सके। तहसीलदार लालजी विश्वकर्मा ने बताया कि आग से हुए नुकसान की रिपोर्ट मिलते ही पीड़ित को मदद दी जाएगी।