गाजीपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों की सड़क इन दिनों बदहाल स्थिति में पहुंच गई हैं। लंबे समय से गड्ढे में तब्दील करीब आधा दर्जन सड़कों के मरम्मत के नाम पर लाखों रुपये खर्च हो चुके हैं। इसके बाद भी सड़कों की स्थिति जस की तस बनी हुई है। इसमें शहर से सटे सुखदेवपुर चौराहे से गाजीपुर घाट को जाने वाली सड़क प्रमुख है, जो कई वर्षों से बड़े-बड़े गड्ढों में तब्दील है।
आए दिन लोग गड्ढों के वजह से चोटिल हो रहे हैं। इसके बावजूद अधिकारियों को इसकी कोई सुध नहीं है। यहीं नहीं कालूपुर-पटकनिया, सोनवल-मिर्जापुर, सुहवल-युवराजपुर, कल्यानपुर-रामपुर, सुहवल-अडरिया-गौरा आदि मार्ग काफी दिनों से जर्जर हैं। करीब 25 किमी लंबी इन सड़कों की हालत बहुत खराब है। इन प्रमुख मार्गों से प्रतिदिन दर्जनों गांव के लोगों का आवागमन लगा रहता है।
जर्जर हो चुकी ये सडकें बिहार को जोड़ने वाली प्रमुख ताड़ीघाट-बारा नेशनल हाइवे से भी जुड़ी हुई हैं। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि मरम्मत के नाम पर कभी-कभार पानी का छिड़काव कर मरम्मत के नाम पर कोरमपूर्ति किया जाता है। मानसून आने में मात्र दो महिने की देरी है। इसके पहले इन सड़कों की बदहाली दूर नहीं हुई तो बरसात में इन मार्गों से कई गांवों का संपर्क टूट सकता है। लोकनिर्माण विभाग खंड प्रथम के एक्सईएन पतंजली श्रीवास्तव ने बताया कि मानसून से पहले इन सड़कों को दूरस्त करा लिया जाएगा।