गाजीपुर जिले के कासिमाबाद तहसील के एसडीएम पद पर तैनात वीर बहादुर यादव की मंगलवार को परिस्थितियों में मौत हो गई। सुबह कर्मचारियों ने उन्हें आवाज दी तो उनका कमरा नहीं खुला जिसपर आला अधिकारियों को सूचना दी गई। उसके बाद दरवाजा तोड़ा गया तो एसडीएम अपने बिस्तर पर मृत अवस्था में पड़े थे। इस समय मौके पर डीएम गाजीपुर आर्यका अखौरी, एसपी गाजीपुर ओमवीर सिंह भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर मौजूद हैं। परिजनों को घटना की सूचना दे दी गयी है।
सरकारी आवास में रहने वाले एडीएम कासिमाबाद वीर बहादुर यादव सुबह जब काफी देर तक नहीं उठे तो उनके अर्दली ने आवाज दी। इसपर शंका हुई तो आला अधिकारियों को सूचित किया। अधिकारीयों के पहुंचने पर दरवाजा तोड़ा गया।
दरवाजा खोला गया तो एसडीएम कासिमाबाद संदिग्ध हाल में बेड पर पड़े हुए थे। पुलिस के साथ पहुंचे डॉक्टर्स ने चेक किया तो वो मर चुके थे। एसीपी ओमवीर सिंह ने पूरे कमरे की जांच की और फरेंसिक टीम से साक्ष्य संकलन का निर्देश दिया। जिसके बाद महत्वपूर्ण साक्ष्य संकलित किए गए हैं।
रात में डीएम से की थी वर्चुअली मीटिंग
एसडीएम के अर्दली के अनुसार रात में 9 बजे बहादुरगंज नगर पंचायत क्षेत्र में निकाय चुनाव को लेकर फ्लैग मार्च किया था। रात 11 बजे उन्होंने डीएम के साथ वर्चुअल मीटिंग की। इसके बाद रात साढ़े 11 बजे खाना खाया। कुछ देर टहलने के बाद वो कमरे में सोने चले गए थे।
परिजनों को दी गयी सूचना
एसडीएम कासिमाबाद वीर बहादुर सिंह जौनपुर के रहने वाले थे। उन्होंने 2015 में पीसीएस परीक्षा पास की थी। इसके पहले वो गाजीपुर में अतिरिक्त उपजिलाधिकारी और एसडीएम जखानिया के पद पर भी अपनी सेवाएं दे चुके थे। उनके असमय निधन से पूरा प्रशासनिक अमला गमगीन है।