गाजीपुर में प्रॉपर्टी डीलर आदित्य सिंह उर्फ धनजी हत्याकांड में पुलिस ने मुख्य आरोपी सहायक शासकीय अधिवक्ता रामनरेश राय और उसके बेटे रवि राय समेत शुक्रवार की देर रात दो अन्य आरोपियों को धर दबोचा। रात करीब 11.15 बजे पुलिस ने मीरनपुर हाइवे मोड़ के पास गडुआ मकसूदपुर निवासी विवेक राय उर्फ रावण, भगीरथपुर निवासी शशिभूषण शर्मा को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई में पुलिस की ओर से एक बदमाश को गोली लगी और मौके से एक बदमाश अंधेरे में भागने का प्रयास किया। जिसको घेर कर पुलिस टीम ने तमंचे के साथ पकड़ लिया।
बताते हैं कि हत्याकांड की वजह पार्टनरों में प्रॉपर्टी के बढ़ते कारोबार के बीच लेन-देन का मामला है। जिसको लेकर करीब सात महीने पहले पिता-पुत्र ने दो अन्य के साथ आदित्य को रास्ते से हटाना मुनासिब समझा। पिता-पुत्र ने योजना के तहत आदित्य की हत्या कर उसके शव को शहर के टैक्सी स्टैंड के पास अपनी जमीन से सटे गड़ही में फेंक दिया था। हत्यारोपी पिता-पुत्र की निशानदेही पर पुलिस ने शुक्रवार को शव को बरामद किया। पुलिस ने शनिवार को शव के अवशेष का पोस्टमार्टम कर शाम करीब चार बजे परिजनों को सौंपा दिया।
इसके बाद परिजन शव को लेकर बिरनो थाना क्षेत्र के बीरबलपुर गांव के लिए रवाना हो गये। जहां परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। इस घटना से पूरा गांव शोक संतप्त है।
इस जघन्य हत्याकांड को लेकर मुख्य आरोपी सहायक शासकीय अधिवक्ता रामनरेश राय और उसके बेटे रवि राय को लेकर जनपद में पूरे दिन चर्चा होती रही। तीन से चार अन्य हत्याओं में भी इस पिता-पुत्र के हाथ होने की चर्चा है। इस मामले के सामने आने के बाद कई परिवार के लोग पुलिस के संपर्क में आ गये हैं। क्योंकि इस पिता-पुत्र के साथ प्रापर्टी का काम करने वाले अन्य लोग भी काफी दिनों से लापता चल रहे हैं।
इस संबंध में सीओ सिटी गौरव कुमार ने बताया कि प्रॉपर्टी डीलर हत्याकांड में पिता-पुत्र के अलावा दो अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।