बारा व फिरोजपुर के बीच सेवराई और मुहम्मदाबाद तहसील को जोड़ने वाली गंगा पर पीपा पुल का निर्माण कार्य पूरा ना होने के कारण लोगों को अपनी जान खतरे में डालते हुए नाव की सवारी करनी पड़ रही है। लोग विवश होकर नाव से नदी पार करने को मजबूर हैं। कई बार शिकायत और मांग के बावजूद अभी तक पीपा पुल का निर्माण कार्य लगभग 70 प्रतिशत भी निर्माण नही हो सका है। जबकि निर्माण कार्य शुरू हुए महीनों बीत गए।
विधानसभा चुनाव 2022 के जनवरी माह में शासन से आनन-फानन में पुल का अस्थायी निर्माण किया गया था। बरसात के दौरान गंगा नदी के जलस्तर के बढ़ाव के चलते शासनादेश के अनुसार पुल को 15 जून तक खोल दिया जाता है। पुल निर्माण के लिए हुए शासनादेश के अनुसार पुल खोलने का प्रांतीयकरण (स्थाई) पुल निर्माण के लिए फाइल शासन को भेजा गया था।
पुल निर्माण में हो रही देरी के कारण क्षेत्रीय किसान वह लोग नाव के सहारे ही गंगा पार कर रहे हैं जो काफी जोखिम भरा है। नाव पर 25 से 30 व्यक्ति सवार होते हैं और सामानों के साथ-साथ अपनी मोटरसाइकिल व पशुचारा भी इसी पर लाद कर लाते एवं ले जाते हैं। नाव की सवारी सुरक्षा मानकों के हिसाब से काफी खतरनाक है।
विगत वर्ष नाव पानी में डूब जाने से हो गई थी 8 लोगों की मौत
गौरतलब हो कि विगत वर्ष आई बाढ़ के दौरान सेवराई तहसील क्षेत्र के अठहठा गांव में सवारियों से भरी नाव पानी में डूब जाने के कारण करीब 8 लोगों की मौत हो गई थी। बावजूद इसके तहसील प्रशासन इस पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। जिससे नाविक बिना किसी सुरक्षा उपकरण के ही सवारियों से भरी नाव गंगा पार करते हैं। लोग भी मजबूरी बस आवागमन करने के लिए नाव की सवारी करने को विवश है।