सैदपुर में बिजली विभाग की लापरवाही ने शनिवार को युवक की जान ले ली। भितरी-देवकली मार्ग के पास दो महीने से लटक रहे 11 हजार वोल्ट के तार में बाइक से जा रहे पति-पत्नी फंस गए। महिला दूर जा गिरी, जबकि पति की झुलसकर मौत हो गई। बाइक भी जल गई।
महिला को अस्पताल में कराया गया भर्ती
बासूपुर के वीरेंद्र कुमार पत्नी तारा देवी को दवा दिलाने जा रहे थे। वह भितरी-देवकली मार्ग पर पहुंचे तो लटक रहे हाईटेंशन तार की चपेट में आ गए। बाइक पर बैठी पत्नी का दाहिना हाथ झुलस गया। बाइक में आग लगने के बाद वीरेंद्र की मौके पर जान चली गई। पत्नी चीखने लगी, स्थानीय लोगों ने फोन कर बिजली आपूर्ति ठप कराई। चौकी इंचार्ज तरुण पांडेय पहुंचे और कार्रवाई में जुट गए। महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पिकअप के धक्के से टूटा तार
वीरेंद्र मजदूरी कर परिवार पालता था। वह अपने पीछे पत्नी सहित चार बेटियां और दो बेटा छोड़ गया है। दो बटियों की शादी हो चुकी है। अगर समय पर तार ठीक कर लिया गया होता तो घटना को रोका जा सकता था। बिजली कर्मचारियों ने बताया कि पुराना पावर हाउस सैदपुर फीडर का खंभा पहले पिकअप के धक्के से टूट गया था, इसके चलते तार नीचे लटक गया। तार खेत में था, इसके चलते इंजीनियरों ने कोई ध्यान नहीं दिया।
देवकली-भीतरी मार्ग के आरसीसी होने से करीब 150 मीटर तक आवागमन अवरूद्ध है। राहगीर बगल के खेत में बने कच्चे रास्ते से गुजर रहे थे। दंपती भी उसी रास्ते से जाने लगे। आगे एक और वाहन के गुजरने के चलते पीछे धूल उड़ रही थी, इसके चलते वीरेंद्र कुमार तार को देख नहीं सके। उनकी गर्दन तार में फंस गई।
बिजली का खंभा पिकअप के धक्के से टूट गया था, इसके चलते वीरेंद्र कुमार फंस गए। तार या खंभा टूटने के बाद बिजली तब तक ट्रिप नहीं करती है, जब तक वह जमीन से स्पर्श नहीं होता।
दुर्घटना बीमा योजना के तहत पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपये दिए जाएंगे। इसके लिए लेखपाल को निर्देश जारी किए गए हैं। प्रकरण की जांच भी कराई जाएगी कि यह हादसा आखिर हुआ कैसे।