गाजीपुर में पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने शुक्रवार रात 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। जिसमें सुहवल थानाध्यक्ष बागीश विक्रम सिंह शामिल हैं। इन पुलिसकर्मियों पर जनपद चंदौली जाकर एक मछली व्यवसायी के ट्रक को पकड़ने एवं उससे धन उगाही का आरोप लगा है। इसकी शिकायत पर तत्काल प्रभाव से एसपी ने कार्रवाई की है। इसके तुरंत बाद ही सभी की थाने से पुलिस लाइन के लिए रवानगी का आदेश जारी कर दिया गया।
सादी वर्दी में ट्रक को पकड़ने के लिए गए थे
पुलिस के मुताबिक, सुहवल थानाध्यक्ष बागीश बिक्रम सिंह अपने किसी खास के जरिए मछली लदे ट्रक को पकड़ने व उससे धन उगाही के लिए बीती गुरुवार को निजी वाहन से सादे वेश में अपने पुलिस कर्मियों के साथ चंदौली गये थे। ले किन ट्रक की लोकेशन नहीं मिल सकी तो वापस थाने आए। इसके अगले दिन शुक्रवार को तीन निजी वाहनों में उप निरीक्षक रामबाबू सिंह, दीवान देवेन्द्र यादव, कांस्टेबल शुभम यादव, शिवकुमार और मनोज के साथ गये थे। जहां उन्होंने इस ट्रक को हाईवे से अपने कब्जे में लेकर सुहवल के लिए निकल पड़े।
जीपीएस के जरिए ट्रक मालिक को पता चला
ट्रक को वाराणसी की ओर जाना था। ट्रक को पुलिस कर्मियों ने सैयदराजा की ओर जैसे ही लेकर मुड़े, इसकी लोकेशन ट्रक के मालिक को जीपीएस से मिल गई तो वह ट्रक के लूट की आशंका के मद्देनजर अपने वाहन से उसका पीछा शुरू कर सैयदराजा थाना के पास घेरकर हल्ला शुरू कर दिया। जिसके बाद मौके पर चंदौली पुलिस पहुंच गई।
वहीं, ट्रक मालिक ने इसकी पूरी जानकारी आईजी, डीआईजी को फोन से दे दिया। मामला बढ़ता देख थानाध्यक्ष बागीश विक्रम सिंह अपने पुलिस कर्मियों के साथ ट्रक को लेकर सुहवल थाने किसी तरह आए। जहां पीछे से ट्रक मालिक भी पहुंच गया। आरोप है कि पहले तो सुहवल थानाध्यक्ष ने खाकी का रौब दिखाया। बाद में मामला बिगड़ता देख सुलह समझौते पर आए। लेकिन ट्रक मालिक ने एक न सुनी। पूरे मामले की एक बार फिर मालिक ने इसकी जानकारी पुलिस उच्चाधिकारियों को दी।
एसपी ओमवीर सिंह ने तत्काल प्रभाव से थानाध्यक्ष बागीश विक्रम सिंह, एक उप निरीक्षक, एक दीवान व तीन कांस्टेबल को निलंबित कर दिया। इस संबंध में बताया कि बिना अनुमति के गैर जनपद जाने पर पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।