प्रदेश सरकार लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की पुरजोर कोशिश कर रही है।मगर लापरवाह अधिकारियों के कारण सरकार की मंशा पूरी नहीं हो पा रही। वही क्षेत्र के सैदपुर के अनौनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दो चिकित्सकों को तैनात किया गया है, लेकिन दोनों में से कर्मचारियों में से कोई मौके पर उपलब्ध नहीं था। यहां ना तो डॉक्टर हैं और ना ही मरीजों के लिए चिकित्सा के लिए कोई उचित सुविधा उपलब्ध है।
ओपीडी में मरीजों को पर्चा तक नहीं मिलता। अस्पताल वार्ड-बॉय के भरोसे चल रहा है।ऐसे में शासन के लाख कोशिशों के बाद भी लापरवाह अधिकारी सुधरने का नाम नहीं ले रहे है।कस्बे के लोगों के लिए प्राथमिक चिकित्सा मुहैया कराने के लिए शासन ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बीते दशकों पहले खोला था,लेकिन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अधिकारियों की अनदेखी के कारण खुद मरीज बना हुआ है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में तैनात डाक्टर प्रकाश पाण्डेय का कहना है कि सैदपुर स्वास्थ्य केंद्र पर आपातकालीन ड्यूटी लगी रहती है। जिससे कारण वहा पहुंच पाना मुश्किल हो जाता हैं। यहां का सारा काम काज कर्मचारी संभालते है।जो भी मरीज इलाज कराने आता है वह गर्मी से बेहाल हो जाता है यहाँ हाल में पंखा भी नहीं लगा है।बिना डाक्टर के अस्पताल खुद ही मरीज बना हुआ है। वैसे तो प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण कई बार उच्चाधिकारियों ने किया है और डाक्टर व अन्य सुविधाओं का आश्वासन भी दे गए, लेकिन कोई भी वादा उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सका।
जिस कारण लोगों को शासन की सुविधाओं से वंचित रहना पड़ रहा है।अक्सर यह केन्द्र समय से पहले बंद हो जाता है। इस संबंध में सीएचसी प्रभारी डा. संजीव सिंह से मोबाइल फोन पर बात करनी चाही तो उनके मोबाइल बंद मिला और सीएमओ हरिगोविन्द सिंह ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अनौनी पर एक चिकित्सक प्रकाश पाण्डेय को नियुक्त किया गया है, अगर वह अपने ड्यूटी से गायब रहते है तो इसकी जाँच कराई जाएगी।