गाज़ीपुर नगर निकाय चुनाव के तहत आगामी 4 मई को गाजीपुर में मतदान होना है, जिसकी नामांकन प्रक्रिया बीते 17 अप्रैल को पूरी हो चुकी है। जांच के बाद मोहम्मदाबाद नगर पालिका से दो जबकि दिलदारनगर नगर पंचायत से एक सभासद पद के प्रत्याशी का नामांकन खारिज कर दिया गया है। इसके बाद जिले की तीन नगर पालिकाओं और पांच नगर पंचायतों के लिए अध्यक्ष पद हेतु 87 जबकि सभासद पद के लिए 704 नामांकन वैध पाए गए हैं।
नामांकन की प्रक्रिया बीतते ही प्रत्याशियों को लेकर चर्चाओं का बाजार गरम है। भाजपा, सपा, बसपा और कांग्रेस जैसे प्रमुख दल के प्रत्याशी मैदान में आने के बाद समीकरण साधने की तैयारी में जुट गए हैं। आगामी 20 अप्रैल को नाम वापसी तथा 21 अप्रैल को प्रतीक आवंटन होगा।
जिले की 8 निकायों में 2.29लाख से अधिक मतदाता
जिले के आठ निकायों में दो लाख 29 हजार से अधिक मतदाता हैं। जिले के सभी आठ नगरीय निकायों में एक लाख 22 हजार 946 पुरुष एवं एक लाख छह हजार 412 महिला सहित कुल दो लाख 29 हजार 358 मतदाता हैं। अब नगर पालिका परिषद गाजीपुर में 95 हजार 597, नगर पालिका परिषद जमानिया में 30 हजार 495, मुहम्मदाबाद में 32 हजार 324 मतदाता हैं।
इसके अलावा पांच नगर पंचायतों सैदपुर में 20 हजार 657, सादात में 10 हजार 798, बहादुरगंज में 15 हजार 470, जंगीपुर में 11 हजार 837 तथा नगर पंचायत दिलदारनगर में 12 हजार 180 मतदाता हैं। सबसे अधिक मतदाता जहां नगर पालिका परिषद गाजीपुर में हैं वहीं नगर पंचायत सादात में इनकी संख्या सबसे कम है।
गाजीपुर नगरपालिका परिषद की अध्यक्ष सीट परंपरागत तौर पर भाजपा के खाते में रही है। 1995 से 2017 तक के पांच बार के चुनाव में लगातार भाजपा के उम्मीदवारों ने परचम लहराया है। इसमें तीन बार भाजपा के रोहिणी कुमार ने जीत दर्ज की। इसके बाद भाजपा के ही विनोद अग्रवाल और उनकी पत्नी सरिता अग्रवाल चेयरमैन रहीं। इसबार भी भाजपा ने निवर्तमान अध्यक्ष सरिता अग्रवाल पर भरोसा जताया है। हालांकि, सपा ने इस बार उम्मीदवार बदलते हुए दिनेश यादव पर भरोसा किया है। सियासी जानकारों के मुताबिक इस बार भाजपा सपा के बीच सीधा मुकाबला होने की संभावना है।